ऐसे करें फ्रेंच गेंदे की खेती, 3 महीने में डबल हो जाएगी इनकम

गेंदे की खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है. लेकिन बलुई मिट्टी गेंदे की खेती के लिए सबसे अच्छी मानी गई है. इसका पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. वहीं, गेंदे के पौधों की रोपाई करने से पहले खेत को अच्छी तरह से साफ कर लें. फिर जुताई करने के बाद पाटा चलाकर खेत को समतल कर लें.

गेंदे की खेती में है बंपर कमाई. (सांकेतिक फोटो)

अगर सीमांत और छोटी जोत वाले किसानों को धान-गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों की खेती में आर्थिक नुकसान हो रहा है, तो वे फूलों की खेती कर सकते हैं. क्योंकि मार्केट में फूलों की मांग तेजी से बढ़ रही है. वहीं, राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी फूलों की खेती को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए किसानों को समय-समय पर सब्सिडी भी दी जाती है. अगर बिहार और उत्तर प्रदेश के किसान गेंदे की खेती करते हैं, तो उनकी कमाई तीन महीने में ही डबल हो जाएगी. बस इसके लिए उन्हें कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा.

एक्सपर्ट की माने तो बिहार और उत्तर प्रदेश की मिट्टी फूलों की खेती के लिहाज से बहुत ही उर्वरक है. साथ ही इन दोनों राज्यों में फूलों का बहुत बड़ा मार्केट भी विकसित हो रहा है. ऐसे में अगर एक से दो बीघे की जोत वाले किसान फूलों की खेती करते हैं, तो उन्हें पारंपरिक फसलों के मुकाबले साल में कई गुना अधिक कमाई होगी. इसके लिए उन्हें फूलों की बेहतरीन किस्मों का चुनाव करना होगा. ऐसे मार्केट में अभी गेंदे के फूल की मांग बहुत है. अगर किसान इसकी खेती करते हैं, तो ज्यादा मुनाफा होगा. क्योंकि गेंदे के फूल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल पूजा-पाठ और शादी-ब्याह में होता है.

इस तरह तैयार करें खेत

ऐसे गेंदे की खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है. लेकिन बलुई मिट्टी गेंदे की खेती के लिए सबसे अच्छी मानी गई है. इसका पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. वहीं, गेंदे के पौधों की रोपाई करने से पहले खेत को अच्छी तरह से साफ कर लें. फिर जुताई करने के बाद पाटा चलाकर खेत को समतल कर लें. साथ ही खेत में जल निकासी की भी अच्छी तरह से व्यवस्था कर लें, ताकि खेत में जलभराव न हो. इससे फसल को नुकसान भी पहुंच जाता है.

खेती करने का बेहतर तरीका

वहीं, खेत तैयार हो जाने के बाद एक से डेढ़ फीट की दूरी पर क्यारियां बना लें. इसके बाद आप इन क्यारियों में एक समान दूरी पर गेंदे के पौधों की रोपाई कर सकते हैं. अगर आप चाहें, तो खेत में जैविक खाद के साथ-साथ प्रति हेक्टेयर 200 किलो नाइट्रोजन और 80 किलो फास्फोरस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे गेंदे का उत्पादन बढ़ जाता है.

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लागत और कमाई

अगर लागत की बात करें एक हेक्टेयर में गेंदे की खेती करने पर एक लाख रुपये तक का खर्च आता है. लेकिन तीन महीने में ही आमदनी दो लाख रुपये के करीब होती है. यानी एक लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा होगा. अगर किसान एक हेक्टेयर में धान-गेहूं जैसी अन्य पारंपरिक फसलों की खेती करते, तो उन्हें इतनी आमदनी नहीं होती.

गेंदे की किस्म और पैदावार

अगर सीमांत और छोटी जोत वाले बिहार- पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसान गेंदे के फूल की खेती करते हैं, तो अनकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो जाएगी. खास बात यह है कि किसान अगर फ्रेंच गेंदे की खेती करते हैं, तो उन्हें 100.125 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज मिलेगी. वहीं, अफ्रीकन गेंदे की पैदावार 200 से 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है.

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