3 घंटे और 600 रुपये में कोलकाता से चेन्नई का सफर! पानी पर उड़ेगा WIG क्राफ्ट, मुरीद हुए आनंद महिंद्रा
अब 1600 किलोमीटर की यात्रा महज 3 घंटे में पूरी होगी, वो भी सिर्फ 600 रुपये में. दरअसल, आईआईटी मद्रास में इनक्यूबेट किया गया एक स्टार्टअप वाटरफ्लाई टेक्नोलॉजी, एक इलेक्ट्रिक सी-ग्लाइडर विकसित कर रहा है, जो 30 घंटे के इस सफर को मात्र 3 घंटे में पूरा कर सकेगा. इस सी-ग्लाइडर का नाम विग क्राफ्ट रखा गया है.
Waterfly Technologies Wig Craft: अगर आप कोलकाता से चेन्नई का सफर ट्रेन से करते हैं, तो इसमें कम से कम 30 घंटे लगते हैं. 1668 किलोमीटर की इस दूरी को तय करने में आमतौर पर दो से तीन दिन का समय लग जाता है. हालांकि, यदि आप फ्लाइट से यात्रा करें, तो यह दूरी 2-3 घंटे में पूरी हो सकती है, लेकिन इसके लिए हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं.
लेकिन अगर मैं आपसे कहूं कि अब बिना हजारों रुपये खर्च किए, केवल 600 रुपये में, महज 3 घंटे में कोलकाता से चेन्नई की यात्रा संभव होगी? जी हां, IIT मद्रास में इनक्यूबेट किया गया स्टार्टअप वाटरफ्लाई टेक्नोलॉजी एक इलेक्ट्रिक सी-ग्लाइडर विकसित कर रहा है, जो 30 घंटे के सफर को केवल 3 घंटे में पूरा कर सकेगा. इस स्टार्टअप को आईआईटी मद्रास के इनक्यूबेशन सेल का समर्थन मिला है और इसके सी-ग्लाइडर को विग क्राफ्ट नाम दिया गया है.
आनंद महिंद्रा हुए प्रभावित
इस प्रोजेक्ट के दावे के बाद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा इसके मुरीद हो गए हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर कहा कि जब स्टार्टअप को बढ़ावा देने की बात आती है, तो आईआईटी मद्रास सिलिकॉन वैली को टक्कर देने का वादा कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि इस स्टार्टअप की खासियत सिर्फ यह नहीं है कि यह हमारे विशाल वाटर वे का उपयोग करेगा, बल्कि इसका डिजाइन भी अद्भुत है.
क्या है विग क्राफ्ट?
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वाटरफ्लाई टेक्नोलॉजी एक इलेक्ट्रिक सी-ग्लाइडर विकसित कर रहा है, जिसे विंग-इन-ग्राउंड (WIG) क्राफ्ट के रूप में जाना जाएगा. यह विग क्राफ्ट हवाई जहाज और जहाज के बीच का एक बेहतरीन विकल्प होगा, जो यात्रियों को एक नया सफर करने का अनुभव देगा. यह पानी की सतह के करीब 4 मीटर ऊपर उड़ेगा और इसकी गति लगभग 500 किलोमीटर प्रति घंटा होगी.
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