महाराष्ट्र में एक बार फिर NDA सरकार, जानें युवा-महिला-किसान-आम आदमी की कैसे खुलेगी लॉटरी
महाराष्ट्र में भाजपा की दमदार वापसी हो रही है. सबकी निगाहें इस चुनाव पर टिकी थी. चर्चा इस बात पर हो रही है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. यह देखना दिलचस्प होगा कि एकनाथ शिंदे फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या देवेंद्र फडणवीस को दोबारा यह मौका मिलेगा. अब भाजपा गठबंधन की सरकार बन रही है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता को कितनी सुविधा मिलेगी.
महाराष्ट्र में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही है. सभी की निगाहें महाराष्ट्र पर टिकी थीं, और अब भाजपा गठबंधन दो-तिहाई सीटों पर आगे है. यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा गठबंधन को बड़ी बहुमत मिल रही है. अब चर्चा इस बात पर हो रही है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि एकनाथ शिंदे फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या देवेंद्र फडणवीस को दोबारा यह मौका मिलेगा. पिछले कुछ सालों के ट्रैक रिकॉर्ड को देखें तो भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए नए चेहरों को प्राथमिकता देकर सबको चौंकाया है.
इन चुनावों पर सभी की निगाहें थीं और भाजपा-कांग्रेस गठबंधन के घोषणापत्रों की भी काफी चर्चा हुई. भाजपा ने अपने घोषणापत्र में युवाओं, किसानों, महिलाओं और आम जनता पर विशेष ध्यान देने का वादा किया है. साथ ही, महाराष्ट्र को 2028 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है. भाजपा ने अपने घोषणापत्र में बुनियादी ढांचे और रोजगार सृजन पर जोर दिया है. अब भाजपा गठबंधन की सरकार बन रही है, तो यह देखना होगा कि जनता को क्या-क्या लाभ मिलेंगे.
महिलाओं को मिलेगा ज्यादा पैसा
एनडीए गठबंधन दो-तिहाई सीटों पर आगे है और इस बढ़त का बड़ा श्रेय “लाडकी बहीण योजना” को दिया जा रहा है. भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में वादा किया है कि सरकार बनने के बाद इस योजना के तहत 1,500 रुपये की राशि को बढ़ाकर 2,100 रुपये किया जाएगा. साथ ही, महिलाओं को वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
भाजपा ने यह भी वादा किया था कि सत्ता में लौटने के बाद 25,000 महिलाओं को पुलिस बल में शामिल किया जाएगा. अन्नपूर्णा योजना के तहत हर परिवार को साल में तीन मुफ्त गैस सिलेंडर देने की घोषणा की गई. आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को 15,000 रुपये मासिक वेतन और बीमा कवर देने का भी वादा किया गया था.
महिला स्वयं सहायता समूहों को एमएसएमई के तहत बढ़ावा देने के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन और ब्याज मुक्त कर्ज देने की योजना है. इसके अलावा, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय महिलाओं के लिए ‘राजमाता जिजाऊ मातृ वंदना पुरस्कार’ की शुरुआत की जाएगी. भाजपा ने 50 लाख “लखपति दीदी” बनाने का भी लक्ष्य रखा है.
किसानों का कर्ज माफ
भाजपा के घोषणापत्र में महाराष्ट्र को 2028 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कही गई है. इस लक्ष्य को हासिल करने में किसानों का योगदान अहम होगा. भाजपा ने किसानों के लिए कई घोषणाएं की हैं, जैसे कि सरकार बनने के बाद किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा.
इसके अलावा, किसानों को मुफ्त बिजली और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू करने का वादा किया गया है. राज्य में सूखे की समस्या को खत्म करने पर भी जोर दिया गया है. किसान सम्मान निधि को 12,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये सालाना करने की बात भी कही गई है.
भाजपा ने यह भी घोषणा की है कि खाद की खरीद पर राज्यभर में जीएसटी में छूट दी जाएगी, जिसकी सब्सिडी बाद में किसानों को लौटाई जाएगी. सोयाबीन के लिए 6,000 रुपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम मूल्य तय करने का वादा भी घोषणापत्र में शामिल है.
गरीबों को मुफ्त राशन
भाजपा ने अपने घोषणापत्र में गरीबों को मुफ्त राशन देने, वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाकर 2,100 रुपये करने और सस्ते घर व स्वच्छ पानी की व्यवस्था का वादा किया है. भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवारों के पुनर्वास के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा भी की गई है. उद्यमियों के लिए ‘छत्रपति शिवाजी महाराज एस्पिरेशन सेंटर’ स्थापित करने की बात कही गई है.
युवाओं को 25 लाख नौकरियां
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में युवाओं को प्राथमिकता दी है. इसमें महाराष्ट्र के 10 लाख छात्रों को 10,000 रुपये मासिक स्टाइपेंड देने और 25 लाख नौकरियां सृजित करने का वादा किया गया है. इसके अलावा, पुणे, नागपुर और अहिल्याबाई नगर में देश की पहली एआई यूनिवर्सिटी स्थापित करने की घोषणा की गई है. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उद्यमियों को 15 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त कर्ज देने का भी वादा किया गया है.