S&P का भारत में भरोसा बरकरार, कहा, 2025 में भी जारी रहेगी मजबूत वृद्धि

मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही भारत की GDP ग्रोथ रेट 5.4 फीसदी रहने के बाद भी S&P Global Ratings ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा कायम रखा है. रेटिंग एजेंसी ने इंडिया आउटलुक में 2025-26 के लिए भारती की जीडीपी में मजबूत वृद्धि का अनुमान लगाया है.

रेटिंग एजेंसी ने पिछले अनुमान की तुलना में 20 आधार अंक की कटौती की है. Image Credit: GettyImages

S&P Global Ratings ने इंडिया आउटलुक अनुमान जारी किया है. इसमें बताया गया है कि 2025-26 और 2026-27 के दौरान भारत की जीडीपी वृद्धि 6.7 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत रह सकती है. रेटिंग एजेंसी ने पिछले अनुमान की तुलना में इसमें 20 आधार अंक कम किए हैं. हालांकि, अब भी भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा कायम रखा है.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को जारी इंडिया आउटलुक फोरकास्ट में बताया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 में मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है. रेटिंग एजेसी का मानना है कि भारत में जल्द ही महंगाई से राहत मिल सकती है. इसके बाद रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति में मामूली ढील देखने को मिल सकती है. इस तरह 2025 की शुरुआत अच्छी हो सकती है.

एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के अर्थशास्त्री विश्रुत राणा का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार शहरी खपत में तेज बढ़ोतरी और सेवा क्षेत्र में बढ़त जारी रहने से बढ़ेगा. इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में हो रहे भारी-भरकम निवेश की वजह से कोर उद्योगों में भी तेजी देखने को मिलेगी. इस तरह मोटे तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था 2025-26 में मजबूत वृद्धि के लिए तैयार है.

राणा ने कहा कि इस बात की उम्मीद अब काफी बढ़ गई है कि आने वाले दिनो में रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति में मामूली ढील देगा, क्योंकि मुद्रास्फीति का दबाव कम होते हुए दिख रहा है. एजेंसी का यह अनुमान रिजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किए जाने के फैसले के करीब एक सप्ताह बाद जारी किया है.

रेटिंग एजेंसी का कहना है कि भले ही FY25 Q2 में भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा. लेकिन, आने वाले दिनों में यही स्थिति नहीं बनी रहेगी. राणा ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में एक खराब तिमाही से लंबी अवधि के लिए अनुमान पर खास फर्क नहीं पड़ेगा.

सरकार कर रही जंप स्टार्ट की तैयारी

पिछले दिनों केंद्र सरकार के आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के सचिव अजय सेठ ने कहा था कि अगली दो तिमाहियों में तीव्र आर्थिक वृद्धि के लिए सरकार काम कर रही है. वहीं, एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि विकास दर घटने के पीछे राज्यों और केंद्र दोनों के व्यय में कमी है.