अब टोल में बचेगा ज्यादा पैसा, आ रहा है धमाकेदार प्लान, जानें कितनी होगी बचत
सरकार टोल टैक्स भरने वालों को बड़ी राहत देने पर विचार कर रही है. इसके लिए सरकार लाइफटाइम पास शुरू कर सकती है. इससे टोल से गुजरने वाले लोगों को कई फायदे मिलेंगे. अगर यह नियम लागू होता है, तो आप एक ही टोल पास से भारत के किसी भी टोल बूथ से गुजर सकते हैं, और इसके लिए अतिरिक्त शुल्क देने की जरूरत नहीं होगी. साथ ही, अच्छी-खासी रकम की बचत भी होगी.
Toll pass: अगर आप भी अक्सर लॉन्ग ड्राइव पर जाते हैं तो यह खबर आपके लिए है. अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो सरकार टोल टैक्स भरने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी दे सकती है. भारत सरकार नियमित यात्रियों को हाईवे पर सुविधाजनक और किफायती यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए सालाना और लाइफटाइम टोल पास शुरू करने पर विचार कर रही है. आइए जानते हैं कि यह नया नियम क्या होगा और इससे कितना लाभ मिलेगा और अभी के नियम से कितना अलग होगा.
नया सिस्टम कैसे काम करेगा
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय इस प्रस्ताव की समीक्षा के अंतिम चरण में है. नए सिस्टम के तहत यात्रियों के पास दो विकल्प होंगे—
सालाना टोल पास: सालाना टोल पास के लिए 3,000 रुपये देने होंगे. यह पास एक साल के लिए मान्य होगा. इससे आप पूरे साल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर जितनी बार चाहें, यात्रा कर सकते हैं.
लाइफटाइम टोल पास: यह पास 15 साल के लिए वैध होगा, जिसके लिए 30,000 रुपये चुकाने होंगे. इससे बार-बार टोल भुगतान करने की झंझट खत्म हो जाएगी. सीधा हिसाब लगाएं तो 15 साल में 15,000 रुपये की बचत होगी.
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मौजूदा टोल सिस्टम से कैसे अलग होगा
अगर आप अभी टोल पास लेना चाहते हैं, तो हर महीने 340 रुपये चुकाने पड़ते हैं, जबकि सालाना पास 4,080 रुपये में बनता है.हालांकि, यह सिर्फ एक ही टोल प्लाजा के लिए मान्य होता है.प्रस्तावित नियम के अनुसार, सालाना पास 3,000 रुपये और लाइफटाइम पास 30,000 रुपये में मिलेगा, लेकिन सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आप किसी भी टोल प्लाजा से गुजर सकते हैं, और अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ेगा.
यात्रियों को क्या फायदा होगा
नई व्यवस्था से निजी वाहन मालिकों, खासतौर पर मध्यम वर्ग के यात्रियों को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है.जो लोग नियमित यात्रा करते हैं, उनके लिए यह योजना किफायती साबित होगी.साथ ही, इससे टोल बूथ पर भीड़भाड़ भी कम होगी. फिलहाल, टोल रेवेन्यू में निजी वाहनों का योगदान 26 फीसदी है, लेकिन यही गाड़ियां पीक आवर्स में भीड़भाड़ की मुख्य वजह बनती हैं. सरकार का लक्ष्य न केवल वित्तीय राहत देना है, बल्कि टोल बूथों पर लगने वाली लंबी कतारों को भी कम करना है.
सरकार की योजना
हाईवे पर यात्रा के वित्तीय बोझ को कम करने और लोगों को राहत देने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय प्रति किलोमीटर टोल शुल्क घटाने और वार्षिक व लाइफटाइम पास शुरू करने की संभावना तलाश रहा है. हाल ही में मीडिया से बातचीत में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार ने टोल टैक्स से जुड़ी समस्याओं पर शोध पूरा कर लिया है और जनता की चिंताओं को दूर करने के लिए एक योजना लागू करने की तैयारी कर रही है.