विश्व के 10 देश जहां वर्क लाइफ बैलेंस है शानदार 

07 Jan

SATISH VISHWAKARMA

वर्क लाइफ बैलेंस यानी नौकरी और पर्सनल लाइफ के बीच सही तालमेल, इसे लेकर देश में खूब चर्चा भी है. चलिए जानते हैं दुनिया के उन देशों के बारे में, जहां लोग जॉब और लाइफ को बेहतर तरीके से बैलेंस करते हैं.

 वर्क लाइफ बैलेंस 

वर्क लाइफ बैलेंस की रैंकिंग में डेनमार्क पहले नंबर पर आता है. यहां काम के घंटे कम होते हैं और ऑफिस से जल्दी छुट्टी मिलती है. लोग फैमिली और फ्री टाइम को प्राथमिकता देते हैं.

 डेनमार्क

इस रैंक में नीदरलैंड दूसरे नंबर पर है. यहां पर लोगों को काम करने के कई ऑप्शन उपलब्ध है. यहां के लोगों को हफ्ते में औसतन 37  घंटे हफ्ते में काम करना होता हैं. साथ ही परिवार और पर्सनल टाइम को बहुत महत्व दिया जाता है.

नीदरलैंड

स्वीडन इस मामले में तीसरे नंबर पर आता है. यहां लोगों के काम की अवधि हफ्ते भर में काफी कम है. साथ ही काम के दौरान ब्रेक को महत्व दिया जाता है. यहां पर कॉफी ब्रेक का चलन है.

स्वीडन

नॉर्वे में वर्क-लाइफ बैलेंस बहुत अच्छा है. यहां पर कंपनियां वर्करों  के काम के साथ ही उनके परिवार, वर्करों के हेल्थ, काफी महत्व देती हैं. वहां के वर्कर नौकरी के साथ-साथ नेचर और आउटडोर एक्टिविटी में समय बिताते हैं.

 नॉर्वे

जर्मनी में ओवरटाइम करने का प्रेशर नहीं होता है. यहां पर वर्करों के टाइफस्टाइल को लेकर ज्यादा महत्व दिया जाता है. यहां लोगों को हफ्तें में 37 घंटे काम करना होता है.

जर्मनी

यहां के लोग वर्क-लाइफ बैलेंस को लेकर बहुत सजग हैं. यहां लोगों को हफ्ते में 40 घंटे काम करना होता है. 

 फिनलैंड

यहां ऑफिस वर्क के बाद लोग सोशल लाइफ और फैमिली पर फोकस करते हैं. यहां के लोगों को हफ्ते में 38 घंटे का काम करने का प्रावधान  का है.

 बेल्जियम