भारत में हैं ये 10 जगह जहां लगता है किसी दूसरे प्लैनेट पर आ गए हों 

Yateendra Lawaniya

05/12/2024

 राजस्थान के नागौर जिले में स्थित सांभर लेक देश की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है. यहां के मनमोहक दृश्य अलौकिक एहसास पैदा करते हैं.

सांभर लेक 

बंजर पहाड़ों के बीच बनी लद्दाख की त्सो कार झील बेहद दिलचस्प दिखती है. इसके अलावा यहां दुनिया के कई हिस्सों से आने वाले प्रवासी पक्षियों की वजह से अनोखा नजारा देखने को मिलता है.

त्यो कार  लेक

नगालैंड और मणिपुर के बीच बसी जुकोऊ वैली किसी जादुई दुनिया जैसी दिखती है. अछूती सुंदरता और शांत वातावरण इसे किसी दूसरी दुनिया में छिपे खूबसूरत बगीचे जैसा महसूस कराते हैं.

जुकोऊ वैली

लद्दाख की पैंगोंग लेक 134 किलोमीटर से ज़्यादा एरिया में फैली है. इसका नीला पानी  दिनभर सूरज और बादलों के साथ पल-पल नए नजारे दिखाता है, जिससे यह रहस्यमयी नजर आती है.

पैंगोंग लेक

लद्दाख की नुब्रा वैली में बंजर रेगिस्तान के बीच हरे-भरे हिस्से हैं. यह घाटी तिब्बती संस्कृति का एक अनूठा मिश्रण है. यहां ऐसा लगता है कि आप पूरी तरह से एक अलग दुनिया में आ गए हैं।

नुब्रा वैली

अंडमान-निकोबार में हैवलॉक आईलैंड का क्रिस्टल क्लियर पानी रंग-बिरंगी मूंगा चट्टानें के बीच एकांत में बसी किसी अलग एक दुनिया जैसा लगता है. 

हैवलॉक आईलैंड

गुजरात में कच्छ का रण सफेद नमक का रेगिस्तान है. जब नमक के रेगिस्तान पर सूर्य या फिर पूर्णिमा के दिन चांदनी पड़ती है, तो अलौकिक नजारे दिखते हैं.

कच्छ का रण

मेघालय स्थित अमकोई पहाड़ियों के बीच किसी परीकथा जैसी जगह है. स्थानीय संस्कृति, शांति और किसी एक सपने जैसे नजारे मंत्रमुग्ध कर देते हैं.

अमकोई

कर्नाटक के पश्चिमी घाट के घने जंगलों में चूना पत्थर से बनी ये गुफाएं हरे-भरे इलाके के बीच अलग से दिखती हैं. ये बाहर से जितनी दिलचस्प दिखती हैं, उतनी ही अंदर से हैरान करने वाली भी हैं.

याना केव