50 हजार साल पुरानी झील जिसमें बहता है गुलाबी पानी

16 March 2025

Pratik Waghmare

लोणार या लोनार झील दुनिया की एकमात्र खारे पानी की उल्कापिंड झील है, जो 50,000 साल पहले एक उल्कापिंड के टकराने से बनी थी. यह महाराष्ट्र के बुलढाणा में स्थित है.

उल्कापिंड झील

इस झील का पानी समुद्री पानी से सात गुना ज्यादा खारा है और इसका ph लेवल 7 से अधिक है. यह ऐसे दो गुणों वाली दुर्लभ झीलों में से एक है.

समुद्र से ज्यादा खारा

झील का रंग हरे से गुलाबी में बदलता रहता है, जो इसमें मौजूद सूक्ष्मजीवों और रासायनिक गुणों की वजह से होता है.

रंग बदलने वाली झील

NASA के अनुसार, झील की मिट्टी चंद्रमा की चट्टानों से मिलती-जुलती है, जिससे यह चंद्रमा के अध्ययन के लिए आदर्श स्थान मानी जाती है. 

चंद्रमा जैसी संरचना

इस झील के कुछ हिस्सों में कंपास काम नहीं करता, जो इसके अद्वितीय भूवैज्ञानिक और विद्युत-चुंबकीय गुणों की ओर इशारा करता है.

रहस्यमयी झील

झील के आसपास दुर्लभ वनस्पतियां और जीव-जंतु पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ केवल इसी क्षेत्र में मौजूद हैं.

समृद्ध जैव विविधता

झील को 2020 में रामसर साइट घोषित किया गया, लेकिन यह प्रदूषण, अतिक्रमण और जैविक आक्रमण जैसी समस्याओं से जूझ रही है. 

संरक्षण और खतरे

सरकार लोनार झील को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने की योजना बना रही है.

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