31 Mar 2025
Satish Vishwakarma
AI हमारे काम करने के तरीके को बदल रहा है. लेकिन कुछ करियर ऐसे हैं जो इंसानी स्किल्स पर निर्भर करते हैं और जिन्हें AI कभी पूरी तरह से रिप्लेस नहीं कर सकता. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ 'AI-प्रूफ' करियर.
AI डेटा तो प्रोसेस कर सकता है, लेकिन वह इंसानों की तरह भावनाओं को नहीं समझ सकता. मनोवैज्ञानिक, काउंसलर और सोशल वर्कर जैसे प्रोफेशन में गहरी समझ, सहानुभूति और कम्युनिकेशन स्किल्स की जरूरत होती है.
Mental Health Professionals
इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, कारपेंटर और मैकेनिक जैसे प्रोफेशन हाथों के कौशल और अनुभव पर निर्भर करते हैं, जो AI नहीं कर सकता.
ट्रेंड और स्किल्ड वर्कर
सर्जन, फिजिकल थेरेपिस्ट और नर्स जैसे प्रोफेशन में इंसानी टच जरूरी होता है. AI इलाज में मदद कर सकता है, लेकिन मरीज की देखभाल के लिए इंसानों की जरूरत बनी रहेगी.
हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स
AI टूल्स पढ़ाई को आसान बना सकते हैं, लेकिन बच्चों को समझना, उन्हें प्रेरित करना और उनकी कमजोरियों को पहचानकर मदद करना सिर्फ एक शिक्षक ही कर सकता है.
शिक्षक और ट्रेनर
वकील, जज और लीगल एडवाइजर को कानून की बारीकियां समझनी होती हैं और तार्किक सोच के आधार पर फैसले लेने होते हैं। यह काम AI के बस की बात नहीं।
कानूनी पेशेवर
AI डेटा तो एनालाइज़ कर सकता है, लेकिन नई खोज, सवाल पूछना और प्रयोग करना केवल वैज्ञानिक कर सकते हैं. बायोलॉजिस्ट, केमिस्ट और डेटा साइंटिस्ट हमेशा प्रासंगिक रहेंगे.
वैज्ञानिक और रिसर्चर
AI से होटल बुकिंग और कस्टमर सपोर्ट बेहतर हो सकते हैं, लेकिन गेस्ट का ख्याल रखना, बेहतरीन सर्विस देना और यादगार अनुभव बनाना सिर्फ इंसान ही कर सकते हैं. होटल मैनेजर, शेफ और इवेंट प्लानर इस लिस्ट में आते हैं.
हॉस्पिटैलिटी और सर्विस इंडस्ट्री