04 Nov 2024
Bankatesh kumar
जब भी सबसे शक्तिशाली और धनी देश की बात होती है, तो लोगों के जेहन में सबसे पहले अमेरिका का नाम सामने आता है. लोगों को लगता है कि अमेरिका के पास जब इतना पैसा है, तो उसके राष्ट्रपति की सैलरी भी बहुत होगी.
अधिकांश लोगों को लगता है कि अमेरिका के नंबर एक नागरिक, जो राष्ट्रपित होता है वह लाखों में कमाता होगा. लेकिन ऐसी बात नहीं है.अमेरिकी राष्ट्रपति लोक सेवक होते हैं. इसलिए, टैक्सपेयर्स उन्हें भुगतान करते हैं.
बीबीसी के मुताबिक, अमेरिका राष्ट्रपति की सैलरी एक औसत अमेरिकी से 6 गुना अधिक है. एक औसत अमेरिकी साल में 63 हजार 795 डॉलर कमाता है, जो करीब इंडियन करेंसी में 53 लाख रुपये के बराबर है.
वहीं, अमेरिका के टॉप अमीर सालाना औसतन 7 लाख 88 हजार डॉलर कमाते हैं. जो भारतीय मुद्रा में लगभग 6 करोड़ 28 लाख रुपये होते हैं. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति की सैलरी इससे काफी कम है.
अभी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सलाना सैलरी 4 लाख अमेरिकी डॉलर है. यानी वे भारतीय मुद्रा में सलाना 3.36 करोड़ रुपये कमाते हैं.
इसके अलावा राष्ट्रपति को खर्च के तौर पर अलग से 50 हजार डॉलर मिलते हैं, जो 42 लाख रुपये होते हैं. खास बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में रहते हैं. यहीं पर उनका ऑफिस भी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जब पहली बार चुनाव जीतकर व्हाइट हाउस में आते हैं, तो उन्हें 84 लाख रुपये खर्चे के रूप में मिलते हैं. इस पैसे से वे अपने घर की सजावट करते हैं.
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति को कुक, स्टाफ और मनोरंजन के लिए अलग से 60 लाख रुपये दिए जाते हैं.साथ ही उन्हें सभी तरह हेल्थ सेवाएं फ्री में मिलते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति को चढ़ने के लिए एक लिमोजिन कार, एक मरीन हेलीकॉप्टर और एयर फोर्स का हवाई जहाज भी दिया जाता है.ये वाहन आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस होते हैं.