15 January 2025
Pratik Waghmare
अनिल अंबानी का नाम कभी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में था, लेकिन फिर उन्हें दिवालियापन का सामना करना पड़ा और उनका ग्राफ लगातार गिरता गया. अब लगता है कि छोटे अंबानी के दिन फिरने लगे हैं. वह प्रमुख कंपनियों के कर्ज चुका रहे हैं उनके रिवाइवल की उम्मीद बढ़ गई है. कैसे?
रिलायंस पावर की Sasan Power ने $150 मिलियन का कर्ज चुकाया. यह बुलेट पेमेंट समय पर करके कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है. Sasan Power दुनिया का सबसे बड़ा कोयला आधारित पावर प्लांट है.
रिलायंस पावर ने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) के लिए गारंटर के रुप में अपनी सभी जिम्मेदारियों का निपटारा कर दिया है. इसने CFM के साथ चल रहे विवादों का निपटारा किया. रिलायंस पावर अपने दायित्वों से मुक्त हो गई है.
रिलायंस इंफ्रा ने पहले ही एलआईसी, Edelweiss, ICICI और यूनियन बैंक का बकाया चुका दिया है. इसके बाद रिलायंस इंफ्रा का कर्ज घटकर 475 करोड़ पर आ चुका है. कंपनी कर्ज मुक्त होने के बेहद करीब है.
अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने “विजन 2030: ग्रोथ स्ट्रैटेजी” नाम से प्लान बनाया. इससे समूह की मुख्य कंपनियों को विस्तार के लिए तैयार करना है. इसके तहत 17600 करोड़ जुटाने का प्लान है. रिलायंस ग्रुप कॉर्पोरेट सेंटर को बनाने की योजना है जो समूह को रणनीतिक गाइडेंस देगा.
फंड जुटाने के प्लान के तहत 4,500 करोड़ प्रेफरेंशियल इक्विटी इश्यू के जरिए जुटाने की योजना है, 7,100 करोड़, वर्डे पार्टनर्स से फॉरेन करेंसी कन्वर्टिबल बॉन्ड्स के जरिए जुटाए जाएंगे और 6,000 करोड़ क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट्स से जुटाए जाएंगे.
कंपनी के पास भूटान में 1270 MW के रिन्यूएबल पावर प्रोजेक्ट्स हैं. रिलायंस डिफेंस महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 1000 एकड़ में छोटे हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक बनाने की फैक्ट्री बना रहा है. प्रमुख जॉइंट वेंचर्स में रफाल और थेल्स शामिल हैं.
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर मुंबई मेट्रो लाइन का संचालन करता है, दिल्ली में BSES डिस्कॉम के तहत बिजली वितरण करता है. 9-10 सड़क परियोजनाएं संचालित करता है.