आंख, स्किन और बाल को केमिकल रंगों से बचायें, खेले इस रंग से होली

14 March 2025

Satish Vishwakarma

क्या आप जानते हैं कि मार्केट में मिलने वाले सिंथेटिक रंगों में खतरनाक केमिकल होते हैं? ये स्किन एलर्जी, आंखों की जलन और अस्थमा जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं. 

 होली के रंग, कहीं जहर तो नहीं?

कॉपर सल्फेट से बना हरा रंग आंखों में जलन और एलर्जी पैदा कर सकता है. इस होली अपनी आंखों को बचाएं.  

आंखों के लिए खतरा  

 प्रशिया ब्लू से बना नीला रंग स्किन एलर्जी (Contact Dermatitis) और खुजली का कारण बन सकता है. यह स्किन एलर्जी का कारण बन सकता है. 

नीला रंग 

सिंथेटिक काले रंग में लेड ऑक्साइड कि मात्रा होता है. इसका काला रंग किडनी फेल्योर और लर्निंग डिसेबिलिटी का कारण बन सकता है.

काले रंग से किडनी फेल्योर  

क्रोमियम आयोडाइड से बना बैंगनी रंग अस्थमा और एलर्जी को बढ़ा सकता है. यह सांसों का ध्यान रखें.  

 बैंगनी रंग और अस्थमा  

चांदी रंग में एल्यूमिनियम ब्रोमाइड होता है, जो कैंसर का कारण बन सकता है.  

चांदी और लाल रंग के छुपे खतरे  

लाल रंग में मरकरी सल्फाइड होता है, जो स्किन कैंसर और आंखों की रोशनी कमजोर कर सकता है.  

लाल रंग

गुलाब, गेंदा और पलाश के फूलों को सुखाकर पीस लें और नेचुरल गुलाल तैयार करें.

 फूलों से बनाएं गुलाल