04 Feb 2025
Bankatesh Kumar
भारत में चावल खाना अधिकांश लोग पसंद करते हैं. किसी को सुबह में चावल खाना अच्छा लगता है, तो किसी को रात में. लेकिन सभी लोगों की चाहत होती है उसे खाने के लिए बासमती का ही चावल मिले.
क्योंकि बासमती चावल खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है. साथ ही यह खुशबूदार भी होता है. लेकिन बासमती चावल अन्य चावल के मुकाबले बहुत महंगा होता है. ऐसे में इसका सेवन करने के लिए जेब ढीली करनी पड़ेगी.
कहा जाता है कि बासमती चावल जब पकता है, तो किचन ही नहीं पूरा घर इसकी नेचुरल खुशबू से धमक उठता है. लेकिन अब आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी बासमती चावल की खुशबू का अपने किचन में आनंद उठा सकते हैं.
दरअसल, बासमती नाम का एक ऐसा पौधा है, जिससे बासमती चावल की तरह ही खुशबू आती है. अगर चावल पकाते समय आप इस पौधे के 2 से 3 पत्ते प्रेशर कुकर में डाल देते है, तो आम चावल की खूशबू भी बासमती की तरह हो जाएगी.
यानी आप किसी भी किस्म के चावल के साथ बामसती का लुत्फ उठा सकते हैं. इसके लिए आपको खाना बनाते समय केवल प्रेशर कुकर में बासमती के पत्ते डालने होंगे.
न्यूज18 के मुताबिक, बिहार के छपरा जिला स्थित दिघवारा प्रखंड के आमी गांव निवासी नरेंद्र सिंह इस पौधे को उगा रहे हैं. ऐसे उन्हें प्राकृति से बहुत लगाव है. इनकी नर्सरी में 1000 तरह के फूलों के पौधे हैं.
नरेंद्र सिंह का कहना है कि मेरे पास एक बासमती नाम का पौधा है. इस पौधे के दो पत्ते किसी भी चावल में बनाते समय डालने पर बासमती की तरह सुगंध आने लगती है. आपका पूरा घर सुगंधित हो जाएगा.
बासमती पौधे को पांडनस या केवड़ा के नाम से भी जाना जाता है. उनका कहना है कि मेरे पास रोजमैरी का भी पेड़ है. इसके पत्ते को हाथ से मलने पर खुशबू आने लगती है.
बता दें कि बासमती की कई किस्में हैं. पंजाब में किसान इसकी सबसे अधिक खेती करते हैं. इसकी कीमत 50 रुपये किलो से शुरू होती है, जो 500 रुपये किलो से भी अधिक तक जाती है.