23 Apr 2025
Vinayak singh
भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजन के बाद से ही दोनों देशों के बीच शक्ति प्रदर्शन देखने को मिलता रहा है. ऐसे में सीमा पर चल रहे तनाव के बीच यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि डिफेंस के लिहाज से कौन ज्यादा मजबूत है.
भारत के पास कुल 2,229 एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें से 1,672 ऑपरेशन के लिए तैयार हैं. वहीं पाकिस्तान के पास 1,399 एयरक्राफ्ट हैं और इनमें से सिर्फ 979 ऑपरेशनल हैं. इस लिहाज से भारत न केवल संख्या में बल्कि ऑपरेशन एयरक्राफ्ट में भी आगे है.
भारत के पास 513 लड़ाकू विमान हैं, जिनमें से 385 पूरी तरह से एक्टिव हैं. वहीं पाकिस्तान के 328 लड़ाकू विमानों में से केवल 230 ऑपरेशनल हैं, जिससे भारत की हवाई युद्ध क्षमता कहीं अधिक मजबूत नजर आती है.
भारत के पास 130 हमलावर विमान हैं, जिनमें से 98 ऑपरेशनल हैं. दूसरी ओर, पाकिस्तान के पास कुल 90 हमलावर विमान हैं, जिनमें से 63 ऑपरेशन के लिए तैयार हैं. इस क्षेत्र में भी भारत की आक्रामक शक्ति अधिक प्रभावशाली है.
भारत के पास 270 परिवहन विमान हैं, जिनमें से 203 ऑपरेशनल हैं. वहीं पाकिस्तान के पास केवल 64 परिवहन विमान हैं, जिनमें से 45 एक्टिव हैं. इससे लॉजिस्टिक सपोर्ट में भारत को बड़ी बढ़त मिलती है.
भारत हर स्तर पर चाहे स्टॉक हो या ऑपरेशनल क्षमता एयरपावर में पाकिस्तान से आगे है. इससे उसकी हवाई डोमिनेशन और युद्ध तैयारी स्पष्ट रूप से बेहतर साबित होती है, खासकर लंबे संघर्ष की स्थिति में.
भारत के पास जितना स्टॉक है, उसमें सबसे अधिक एयरक्राफ्ट ऑपरेटिंग हैं. इसका मतलब है कि उसका रखरखाव और तकनीकी कौशल पाकिस्तान की तुलना में कहीं बेहतर है.
भारत के पास अधिक लड़ाकू और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हैं, जिससे उसकी रणनीतिक पहुंच और ऑपरेटिंग क्षमता पाकिस्तान की तुलना में कई गुना अधिक है. इस लिहाज से पाकिस्तान, भारत से काफी पीछे है.