दिल्ली मेट्रो का आखिरी कोच भी हुआ रिजर्व, नहीं होगी यात्रियों की एंट्री

19 Mar 2025

Shashank Srivastava

दिल्ली में मेट्रो को लाइफ लाइन कहा जाता है. ऐसा कहे जाने के पीछे का कारण मेट्रो का फैला हुआ बड़ा नेटवर्क है.

दिल्ली और मेट्रो

मेट्रो के जरिये कम खर्च में यात्री लंबी दूरी तय कर सकते हैं. इसी के साथ मेट्रो के कई नियम भी है जिनका पालन करना यात्रियों से अपेक्षित होता है.

मेट्रो से सहूलियत

उनमें से एक नियम है कि मेट्रो कोच की पहली बोगी महिलाओं के लिए रिजर्व रखना. यानी पहले कोच में महिलाओं के अलावा और कोई यात्रा नहीं कर सकता है.

महिलाओं के लिए

अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करना हुआ पकड़ा गया तब उस पर फाइन लगाया जा सकता है.

लग सकता है फाइन

उसी तर्ज पर अब DMRC ने आखिरी बोगी को लेकर भी नया नियम जारी किया है. जिसके मुताबिक, आखिरी कोच को भी रिजर्व कर दिया जाएगा.

आखिरी कोच भी रिजर्व

हाल ही में लॉजिस्टिक सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ब्लू डार्ट के साथ DMRC ने इस सुविधा को शुरू करने के लिए एक करार किया है.

ब्लू डार्ट के साथ करार

इसके तहत, माल ढुलाई के लिए सभी कॉरिडोर की मेट्रो में एक कोच को रिजर्व किया जा सकता है. हालांकि पीक आवर में ऐसा नहीं किया जाएगा.

माल ढुलाई के लिए रिजर्व

मेट्रो में यह सर्विस कब से शुरू होगी, इसकी घोषणा फिलहाल नहीं की गई है. हालांकि इसका मकसद माल ढुलाई से दिल्ली मेट्रो की आय में बढ़ोतरी करना है.

कब से होगी शुरुआत?

इसके अलावा, DMRC की यह पहल राजधानी में प्रदूषण कम करने में भी काफी अहम साबित हो सकती है. इससे इतर सड़कों पर मालवाहक का दबाव भी कम होगा.

क्यों हुई इसकी शुरुआत?