16 April 2025
Bankatesh kumar
हरियाणा, पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में किसानों ने गेहूं की कटाई शुरू कर दी है. दो महीने बाद किसान धान की रोपाई शुरू करेंगे.
लेकिन इससे पहले किसानों के लिए खास सलाह है. अगर किसान इस सालह को अपनाते हैं, तो धान की पैदावार बढ़ जाएगी.
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, रासायनिक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी का हेल्थ पर असर पड़ता है. इससे पैदावार भी प्रभावित होती है.
क्योंकि रासायनिक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा धीरे-धीरे कम हो रही है. साथ ही पीएच मान भी गड़बड़ा रहा है.
लेकिन किसान गेहूं की कटाई करने के बाद खेत में बचे पराली को जोतकर मिट्टी में मिला दें. इससे मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा में इजाफा होगा. इससे मिट्टी उपजाऊ होगी और पैदावार बढ़ जाएगी.
ऐसे भी गर्मी के मौसम में खेत की गहरी जुताई बहुत जरूरी है.क्योंकि गहरी जुताई करने से मिट्ट में मौजीद बैक्टीरिया, खरपतवार और फंगस नष्ट हो जाते हैं.
तेज धूप और लू चे चलते कई कीट मर जाते हैं, जो फसल को नुकसान पहुंचाते हैं.इससे कीटनाशकों पर होने वाले खर्च से राहत मिलेगी.
हालांकि, गर्मी के मौसम में खेत की जुताई करने के बाद सिंचाई भूलकर भी नहीं करें. सिंचाई करने से मिट्टी में पहले से मौजूद खरपतवारों के बीज अंकुरित हो जाते हैं.
ये खरपतवार धान की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं.हालांकि, किसान चाहें तो खाली खेतों में उड़द और मूंग की बुवाई कर सकते हैं.