20 March 2025
Soma Roy
आजकल स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं. यही वजह है कि लोग दिनभर मोबाइल का यूज करते हैं और रात को सोते समय मोबाइल चार्जिंग पर लगा देते हैं. लेकिन क्या ऐसा करना सही है, आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे.
स्मार्टफोन की बैटरी आमतौर पर लिथियम-आयन बैटरी होती है. इन्हें बार-बार पूरी तरह से चार्ज करने और फिर पूरी तरह से डिस्चार्ज करने पर नुकसान हो सकता है.
स्मार्टफोन की बैटरी आमतौर पर लिथियम-आयन बैटरी होती है. इन्हें बार-बार पूरी तरह से चार्ज करने और फिर पूरी तरह से डिस्चार्ज करने पर नुकसान हो सकता है.
बैटरी की घटेगी लाइफ
फोन को रातभर चार्ज करने से फोन 100% चार्ज हो जाने के बाद भी चार्जिंग की प्रक्रिया में बना रहता है. स्मार्टफोनों में चार्जिंग के बाद ऑटोमेटिक ओवरचार्जिंग प्रोटेक्शन होता है, फिर भी कई बार ओवरचार्जिंग से बैटरी गर्म होकर फट सकती है.
ओवरचार्जिंग का खतरा
फोन को चार्ज करते समय बैटरी जल्दी गर्म हो सकती है. इससे मोबाइल का यूज करने पर भी ये हीटिंग पैदा कर सकता है. इससे फोन के डैमेज होने का खतरा रहता है.
ज्यादा हीट होगी जनरेट
पूरी रात फोन को चार्ज पर लगा रहने देने से बैटरी के चार्जिंग साइकिल पर असर पड़ता है, और यह बैटरी के लाइफ को कम कर सकता है.
चार्जिंग साइकिल पर असर
बार-बार चार्जिंग के कारण फोन की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ सकता है. इससे मोबाइल स्लो चल सकता है या बैटरी जल्दी डाउन हो सकती है.
फोन की कार्यक्षमता प्रभावित
आजकल बहुत से मोबाइल में ऑटो-चार्जिंग कट ऑफ का विकल्प दिया होता है. इसलिए अगर रात में मोबाइल चार्ज करते हैं तो इस ऑप्शन को सिलेक्ट करें. इससे फुल चार्जिंग के बाद पावर कट हो जाएगी.
ये फीचर करेगा मदद