13 Feb 2025
VIVEK SINGH
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग, कैटरिंग और पर्यटन सेवाओं को संभालने वाला सरकारी उपक्रम है. इसे 1999 में शुरू किया गया था और आज इसके 6.6 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं.
IRCTC की स्थापना 27 सितंबर 1999 को हुई थी. इसे 2008 में मिनीरत्न का दर्जा मिला. 2019 में इसे NSE और BSE में लिस्ट किया गया. सरकार ने 2022 तक अपनी हिस्सेदारी घटाकर 62.4% कर दी.
IRCTC ने 2002 में ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुरू की. यात्री वेबसाइट, मोबाइल ऐप और SMS के जरिए टिकट बुक कर सकते हैं. सुविधाओं में ई-टिकट, आई-टिकट, तत्काल बुकिंग, वेटिंग लिस्ट (GNWL, PQWL, TQWL, RAC) शामिल हैं.
IRCTC ने यात्रियों के लिए शुभ यात्रा (2011), रोलिंग डिपॉजिट स्कीम (2012), iMudra वॉलेट (2019) जैसी सेवाएं शुरू कीं. 2021 में स्मार्ट कार्ड टिकटिंग भी लॉन्च किया गया.
IRCTC रेलवे में पैंट्री कार, फूड प्लाजा और रिफ्रेशमेंट रूम का संचालन करता है. 2014 में ई-कैटरिंग सेवा शुरू की गई, जिससे यात्री फोन या ऑनलाइन अपनी पसंदीदा डिश ऑर्डर कर सकते हैं.
IRCTC ने 2003 में रेल नीर ब्रांड की पानी की बोतल लॉन्च की, यह रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में शुद्ध और सस्ता पीने का पानी उपलब्ध कराता है, जिससे यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ पानी मिल सके.
IRCTC महाराजा एक्सप्रेस, डेक्कन ओडिसी जैसी लक्जरी ट्रेनों का संचालन करता है. 2020 में पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस दिल्ली-लखनऊ रूट पर शुरू हुई. इसके बाद अहमदाबाद-मुंबई और काशी महाकाल एक्सप्रेस भी शुरू की गईं.
IRCTC होटल, टैक्सी, फ्लाइट और टूर पैकेज बुकिंग की सुविधा भी देता है. यह यात्रियों को ट्रैवल इंश्योरेंस भी प्रदान करता है. 2018 में डेटा लीक के कारण 2 लाख यूजर्स की जानकारी लीक हो गई थी, जिससे सुरक्षा सुधार किए गए.
IRCTC डिजिटल सेवाओं का विस्तार कर रहा है और डेटा मॉनेटाइजेशन के नए तरीकों पर काम कर रहा है. हर दिन 7.31 लाख टिकटों की बुकिंग और 6.6 करोड़ यूजर्स के साथ, यह भारतीय रेलवे का डिजिटल भविष्य बना हुआ है.