क्या आप जानते हैं मोबाइल फोन से जुड़े ये मिथक?

22 March 2025

Pradyumn Thakur

मोबाइल फोन आज को इस दौर में सबकी जरूरत बन गया है. पैसे पेमेंट करने से लेकर फोन से बात करने तक पूरा दिन हम इसका इस्तेमाल करते है.

मोबाइल फोन

आइए मोबाइल फोन से जुड़े ऐसे 4 मिथक के बारे में बताते है जिसे लेकर आप अक्सर डरते है.

ये हैं 4 मिथक

केवल मेगपिक्सल से कैमरे की गुणवत्ता तय नहीं होती. इसमें सेंसर सहज, अपर्चर और इमेज प्रोसेसिंग का महत्व भी होता है.

मेगापिक्सल

ज्यादा रैम होना ही फोन को तेज नहीं बनाता. अगर फोन का प्रोसेस कमजोर है तो ज्यादा रैम से फोन तेज नहीं होगा.

ज्यादा RAM का मतलब तेज फोन

स्मार्टफोन से निकलने वाला रेडिएशन 'नॉन-आयोनाइजिंग' होता है. इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि ये बीमारियों का कारण है.

स्मार्टफोन रेडिएशन सेहत के लिए हानिकारक होता है.

आज कल आधुनिक स्मार्टफोन लिथियम-आयन बैटरियों के साथ आते हैं. इनमें इनबिल्ट ओवरचार्ज प्रोटेक्शन होता है.

रातभर चार्ज करने से बैटरी खराब होती है

फोन की बैटरी 100 फीसदी पर पहुंचने के बाद चार्जिंग अपने आप बंद हो जाती है.

बंद हो जाती है चार्जिंग