22 Feb 2025
Bankatesh kumar
26 Feb 2025
Bankatesh kumar
अधिकांश लोगों को गार्डनिंग पसंद होती है. कुछ लोग ज्यादा से ज्यादा समय गार्डन में ही बिताना चाहते हैं, ताकि पेड़-पौधें हरा भरा रहें.
लेकिन इसके बावजूद कई बार गार्डन में पेड़-पौधे सूखने लगते हैं. खास कर फूलदार पौधों में अधिक रोग लगते हैं. इससे गार्डन की खूबसूरती खराब हो जाती है.
ऐसे में आज हम कुछ ऐसे टिप्स के बारे में बात करेंगे, जिन्हें अपनाकर आप अपने गार्डन को फूलों से गुजार रख सकते हैं. इसके लिए ज्यादा खर्च भी नहीं करने पड़ेंगे.
आप अपने गार्डन में छोटे या नए उग रहे पौधों पर दालचीनी पाडर का छिड़काव कर सकते हैं. इससे पौधों में बीमारी नहीं लगेंगे और कीटों का हमला भी नहीं होगा.
दरअसल, दालचीनी में कई तरह की एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है, जो छोटे और नए पौधों को बीमारियों से बचाती है.
अगर आपके पौधों की जड़ों के पास रेंगने वाले कीड़े लग गए हैं, तो आप गमले में अंडे के छिलके का चूरा बनाकर डाल सकते हैं.
छिलकों चूरा बनाने से पहले उसे अच्छी तरह से पानी में धो लें.फिर दरदरा चूरा बना लें और मिट्टी में मिला दें. इससे रेंगने वाले कीड़े नहीं लगेंगे.
अगर आपके गार्डन में खरपतवार ज्यादा उग आए हैं, तो बगीचे में सिरका का भी छिड़काव कर सकते हैं. इससे खरपतवार खत्म हो जाएंगे.
अगर आप पौधों को कीड़ों और चीटियों बचाना चाहते हैं, तो उबला हुआ नीम का पानी गमले में हफ्ते में एक बार डालें. लेकिन पानी को पहले ठंडा कर लें.