म्यूचुअल फंड के बारे में ये झूठी बातें जरूर सुनें होंगे, लेकिन जान लीजिए सच्चाई

01 Dev 2024

Vinayak singh

म्यूचुअल फंड के बारे में अक्सर कई गलत जानकारियां लोगों के बीच पहुंचती हैं, लेकिन इनमें से सभी बातें सही नहीं होतीं.

आम गलतफहमियां

लोगों को लगता है कि म्यूचुअल फंड सिर्फ विशेषज्ञों के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं है. इसे उन आम निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है जिनके पास विशेषज्ञता नहीं है.

सिर्फ विशेषज्ञों के लिए

लोगों को यह भी लगता है कि म्यूचुअल फंड केवल लंबे समय के निवेश के लिए होते हैं. लेकिन आप अपनी जरूरत के हिसाब से छोटे समय के लिए भी इसमें निवेश कर सकते हैं.

लॉन्ग टर्म ही जरूरी

यह धारणा गलत है कि कम एनएवी (NAV) पर निवेश करना बेहतर होता है. एनएवी फंड के बाजार मूल्य को दर्शाता है और इसका प्रदर्शन निवेश की गुणवत्ता पर निर्भर करता है.

कम एनएवी पर निवेश बेहतर

ऐसा नहीं है कि म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए आपको 5000 या 10,000 रुपये की आवश्यकता होती है. आप 100 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं.

ज्यादा निवेश करना अनिवार्य

यह एक गलतफहमी है कि म्यूचुअल फंड यूनिट्स को डीमैट मोड में रखना अनिवार्य है. ETF (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) को छोड़कर, यह पूरी तरह से वैकल्पिक है.

डीमैट अकाउंट अनिवार्य

म्यूचुअल फंड रेटिंग समय के साथ बदलती रहती है. स्कीम का प्रदर्शन बीते समय की परफॉर्मेंस पर आधारित होता है और कोई भी स्कीम हमेशा एक जैसा रिटर्न नहीं देती.

टॉप रेटेड फंड हमेशा बेहतर रिटर्न देते हैं