30 March 2025
Bankatesh kumar
पंजाब, हरियाणाा और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में गेहूं की कटाई शुरू हो गई है.इसके बाद जून-जुलाई से किसान धान की रोपाई करेंगे.
लेकिन किसानों को गेहूं की कटाई करने के बाद एक बहुत जरूरी काम करना चाहिए. इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ जाएगी.
एक्सपर्ट का कहना है कि गेहूं की कटाई करने के बाद किसानों को अपने खेत की मिट्टी की जांच जरूर करानी चाहिए.
इससे आसानी से पता चल जाएगा कि मिट्टी में किन पोषक तत्वों की कमी है. इसलिए किसान मिट्टी के नमूने लेकर नजदीकी लैब में जा सकते हैं.
मिट्टी जांच के बाद किसान ये जान पाएंगे कि पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए खेत में कौन सी खाद और कितनी मात्रा में डालनी होगी.
इसलिए किसान अगर अभी मिट्टी की जांच कराते हैं, तो उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए उनके पास काफी समय होगा. ऐसे में संभावित नुकसान से बचा जा सकता है.
दरअसल, गेहूं की कटाई करने के बाद मिट्टी में लवणीयता, क्षारीयता और अम्लीयता आ जाती है. इनको दूर करने के लिए किसान मिट्टी की जांच कराएं.
अगर किसान चाहें, तो मिट्टी की सेहत को बेहतर बनाने के लिए खेत में गोबर भी डाल सकते हैं. या फिर जैविक खाद या वर्मी कंपोस्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.