13 Apr 2025
Bankatesh kumar
भीषण गर्मी और प्रचंड लू की शुरुआत हो गई है. इससे इंसान ही नहीं, बल्कि मवेशी भी परेशान हैं. गर्मी के चलते मवेशियों ने दूध देना कम कर दिया है.
लेकिन किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम एक खास किस्म की घास के बारे में बात करेंगे, जिससे खिलाने से दूध उत्पादन बढ़ जाएगा.
ऐसे भी एक्सपर्ट का कहना है कि गर्मी के मौसम में मवेशियों के आहार में बदलाव करना चाहिए. ऐसे में पशुपालकों को मवेशियों को पोषणयुक्त चारा देना चाहिए.
अगर किसान चाहें, तो अपनी गाय-भैंस को कासनी आहार के रूप में दे सकते हैं. यह चारा दुधारू मवेशियों के लिए बहुत ही फायदेमंद है. इससे गाय- भैंस की दूध देने की कैपेसिटी बढ़ जाती है.
क्योंकि कासनी घास लंबे समय तक हरी-भरी रहती है.यह अन्य घास के मुकाबले जल्दी नहीं सूखती है. यानी इसकी उम्र ज्यादा है.
किसान कासनी की खेती मार्च से जून महीने के बीच कर सकते हैं. यह समय ऐसा होता है, जब हरे चारे की बहुत किल्लत होती है.
कहा जाता है कि कासनी में पोषक तत्वों से भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसका सेवन करने से पाचन क्रिया भी सही रहती है.
एक्सपर्ट की माने तो कासनी का सेवन करने से दुधारू पशुओं में दूध उत्पादन में 25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो जाती है.
इस चारे की तासीर ठंडी होती है.यह मवेशियों को गर्मी के मौसम में भी ठंडक देने का काम करती है. इससे मवेशी को लू लगने की संभावना नहीं रहती है.