17 Nov 2024
Vinayak sinhh
अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से रिकॉर्ड बिकवाली की है. इसका कारण वेस्ट एशिया में जारी तनाव और चीन का सस्ता बाजार है.
विदेशी निवेशकों ने 15 नवंबर तक 22,420 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले हैं. इसके अलावा डेट, हाइब्रिड और बाकी निवेश को मिलाकर कुल नेट बिकवाली 26,343 करोड़ रुपये है.
भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली के पीछे 5 प्रमुख कारण हैं.
FIIs को IPO बाजार आकर्षक लग रहा है. IPO में विदेशी निवेशकों ने 9,931 करोड़ रुपये का निवेश किया है, लेकिन कैश मार्केट में उन्होंने 32,351 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं.
15 नवंबर तक 4,717 करोड़ रुपये के बॉन्ड्स बेचे गए हैं. इसकी वजह भारतीय बाजारों के उच्च मूल्यांकन और कंपनियों के कमजोर नतीजे बताए जा रहे हैं.
एक तरफ शेयरों की कीमतें अधिक हैं, लेकिन कंपनियों के मुनाफे की वृद्धि धीमी है. Q2 के नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया है.
ट्रंप की जीत से अमेरिकी शेयर बाजार में उछाल आया है. बॉन्ड यील्ड्स बढ़ने के कारण भारत से विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे हैं.
FIIs ऑटोमोबाइल, मेटल्स और कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टर्स से अपना पैसा निकाल रहे हैं और तेजी से बढ़ने वाले सेक्टर्स, जैसे एसेट मैनेजमेंट और हेल्थकेयर पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.