24 March 2025
Tejaswita Upadhyay
2003 में एयर ट्रांसपोर्ट के जरिए फूलों का वैश्विक व्यापार $852 मिलियन का था, जो 2024 में बढ़कर $3.7 बिलियन हो गया. इस चार गुना वृद्धि का मुख्य कारण एयर कार्गो लॉजिस्टिक्स में सुधार और वैश्विक मांग में तेजी है.
2003 में अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी सबसे बड़े फूल आयातक थे, जिनकी संयुक्त बाजार हिस्सेदारी 82.8% थी. लेकिन 2024 तक, अमेरिका (53.6%) और नीदरलैंड (31.2%) शीर्ष आयातकों में शामिल हो गए, जबकि ब्रिटेन की हिस्सेदारी घटकर 5.5% रह गई.
आयातकों की सूची में बड़ा बदलाव
2003 में, कोलंबिया का बाजार पर 50.2% कब्जा था, लेकिन 2024 तक यह घटकर 42.3% हो गया. इक्वाडोर और केन्या ने अपने शेयर बढ़ाए, जबकि इथियोपिया जैसे नए खिलाड़ी भी निर्यातकों की सूची में शामिल हुए.
कोलंबिया अभी भी टॉप एक्सपोर्टर
पहले नीदरलैंड प्रमुख निर्यातक था, लेकिन 2024 में इसे इथियोपिया, केन्या और इक्वाडोर ने पीछे छोड़ दिया. हालांकि, नीदरलैंड अभी भी एक प्रमुख वितरण केंद्र बना हुआ है, जहां से फूलों का वैश्विक पुनः निर्यात किया जाता है.
नीदरलैंड का निर्यात में प्रभाव कम हुआ
ट्रेड एग्रीमेंट्स के कारण निर्यात पर टैक्स और बाधाएं कम हो गईं, जिससे विकासशील देशों को बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का मौका मिला. यह मुख्य रूप से कोलंबिया, केन्या और इथियोपिया के निर्यात में तेजी का कारण बना.
व्यापार समझौतों ने खोले नए बाजार
हवाई परिवहन में कोल्ड स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी में सुधार ने फूलों को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने में मदद की. इससे निर्यातकों को समय पर बड़े पैमाने पर वैश्विक आपूर्ति करने का लाभ मिला.
एयर कार्गो और लॉजिस्टिक्स में सुधार
अफ्रीकी देशों, विशेष रूप से केन्या और इथियोपिया, ने अपनी फूल उत्पादन क्षमता को तेजी से बढ़ाया है. उनके कम लागत वाले श्रम और अनुकूल जलवायु ने उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया.
केन्या और इथियोपिया के लिए बड़ा अवसर
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में फूलों का एयर कार्गो व्यापार और तेजी से बढ़ेगा, क्योंकि ई-कॉमर्स और ऑनलाइन फूल बिक्री के ट्रेंड से वैश्विक मांग में वृद्धि हो रही है.
भविष्य में और बढ़ेगा फूलों का व्यापार