इन नस्लों की बकरियां कर देंगी मालामाल, गाय जितना देती हैं दूध

   06 April 2025

Bankatesh kumar

 बकरी पालन का चलन तेजी से बढ़ रहा है. किसान के साथ-साथ पढ़े- लिखे युवा भी अब बकरी पालन कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है.

 बकरी पालन 

केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकारें भी बकरी पालन को बढ़ावा दे रही हैं. इसके लिए लोगों को सब्सिडी पर लोन मुहैया कराया जा रहा है.

सब्सिडी

लेकिन इसके बावजूद भी कई किसानों को बकरी पालन के बिजनेस में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि उनके पास बकरी की उन्नत नस्लों की जानकारी नहीं है.

उन्नत नस्लों

 पर ऐसे बकरी पालकों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम बकरी की ऐसी उन्नत नस्लों के बारे में जानकारी देंगे, जिनका पालन करने पर बंपर कमाई होगी.

 बंपर कमाई

सानेन: सानेन नस्ल की बकरियां अधिक दूध देने के लिए जानी जाती हैं. यह एक विदेशी नस्ल की बकरी है. इसका मूल स्थान स्विट्जरलैंड है.

सानेन

लेकिन भारत में भी किसान इसका पालन कर रहे हैं. इस नस्ल की बकरियों की सबसे बड़ी खासियत है ये देसी गाय के बराबर दूध देती हैं. ऐसे सानेन नस्ल की एक बकरी रोजाना 4 लीटर तक दूध देती है.

4 लीटर तक दूध

एंग्लो न्युबियन: एंग्लो न्युबियन नस्ल की बकरियां भी दूध उत्पादन के लिए पाली जाती हैं. अभी यूरोपीय देशों में इसका बड़े स्तर पर पालन किया जा रहा है.

दूध उत्पादन

एंग्लो न्युबियन नस्ल की बकरी एक दिन में 5 लीटर तक दूध देती है. वहीं, देसी नस्ल की पहाड़ी गाय भी रोजाना करीब 5 लीटर के आस पास ही दूध देती है.

गाय

ऐसे में एंग्लो न्युबियन नस्ल की बकरियों को गरीबों की गाय कहा जाता है. बड़ी बात यह है कि इस नस्ल की बकरियां दूध देने के साथ-साथ मांस के लिए भी जानी जाती हैं.

गरीबों की गाय