21 Dec
Bankatesh kumar
खास बात यह है कि टेरेस फार्मिंग के चलते लोगों को महंगाई से भी राहत मिल रही है.आज हम टेरेस फार्मिंग के कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे, जिसकी मदद से आप अपने घर के अंदर ही सब्जियों उगा पाएंगे
मशरून की खेती: मशरूम मार्केट में बहुत महंगा बिकता है. इसका रेट 150 से 200 रुपये किलो के आसपास होता है.अगर आप चाहें, तो कमरे के अंदर इसे उगा सकते हैं.
भूसे को गीला करने के बाद मशरूम की बुवाई की जाती है. इसकी खेती ऐसे कमरे में की जाती है, जहां पर हवा और धूप नहीं जाती हो. यानी रूम के अदंर अंधेरा रहना चाहिए. करीब एक महीने के बाद मशरूम का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
गमले में टमाटर की खेती: टमाटर एक ऐसी फसल है, जिसकी बगैर हम टेस्टी सब्जी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. सब्जी बनाने के अलावा इसका इस्तेमाल चटनी, अचार और सलाद बनाने में भी किया जाता है.
लेकिन अगर आप चाहें, तो गमले में टमाटर उगा सकते हैं. इसके लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी होगी. बस आपको मार्केट से कुछ गमले खरीद कर लाने होंगे.
फिर इसमें मिट्टी और गोबर मिलाकर भर दें और टमाट के पौधों की बुवाई कर दें.बुवाई करने के तीन महीने बाद उत्पादन शुरू हो जाएगा. अगर आप पांच गमले में पौधे लगाते हैं, तो फसल तैयार होने पर रोज 1 किलो तक टमाटर निकलेगा.
शिमला मिर्च: इसी तरह आप शिमला मिर्च की भी खेती गमले में कर सकते हैं. इसके लिए आपको मीडियम साइज के गमले खरीदने होंगे. इसमें मिट्टी भरने के बाद थोड़ी सी कोकोपीट मिला दें.
इसके बाद शिमला मिर्च के पौधों की रोपाई करने के बाद हल्की सिंचाई कर दें. रोपाई करने के एक महीने बाद गमले में दो चम्मस वर्मी कंपोस्ट डाल दें. 90 दिन के अंद ही शिमला मिर्च का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
पालक: पालक में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसकी बुवाई दिसंबर महीने में भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको आयताकार गमला खरीदना होगा. बुवाई करने के 30 दिन बाद पालक की फसल तैयार हो जाएगी.