04/12/2024
satish vishwakarma
आपको शायद एहसास न हो, लेकिन आपके नहाने के पानी का तापमान आपके शरीर और दिमाग पर असर डालता है. हम बस नल खोलते हैं और नहाने लगते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप गर्म या ठंडे पानी से नहाते हैं, तो इससे आपके शरीर पर क्या असर पड़ता है ?
गर्म पानी मांसपेशियों को आराम देता है, रक्त संचार बढ़ाता है और तनाव कम करता है. जबकि ठंडा पानी शरीर में एड्रेनालाईन का स्राव बढ़ाता है, जिससे ऊर्जा और सतर्कता में बढ़ोतरी होती है.
गर्म पानी रोमछिद्रों को खोलता है, जिससे त्वचा से गंदगी और तेल हटती है, और त्वचा साफ रहती है. ठंडा पानी रोमछिद्रों को सिकोड़ता है, जिससे त्वचा के प्राकृतिक तेल लॉक होते हैं और त्वचा की नमी बनी रहती है.
गर्म पानी से नहाने से मानसिक शांति मिलती है, तनाव और चिंता कम होती है और अच्छी नींद आती है. जब कि ठंडे पानी से ताजगी और स्फूर्ति का अनुभव मिलता है.
गर्म पानी सूजन को कम करता है और मांसपेशियों में जलन और दर्द को राहत देता है. जब कि ठंडे पानी से आराम मिलता है और ताजगी महसूस कराता है.
गर्म पानी से नहाने से भाप निकलती है, जो नाक के मार्ग को साफ करती है और सांस लेने में आसानी होती है. लेकिन ठंडे पानी से ऐसा नहीं होता हालांकि इससे पूरे दिन एक्टिव रहेंगे.
गर्म पानी से नहाने से हृदय गति थोड़ी बढ़ सकती है, जिससे कैलोरी जलने में मदद मिलती है जबकि ठंडा पानी बालों की नमी बनाए रखता है, जिससे बाल मुलायम और चमकदार रहते हैं.
ठंडा पानी आपको तुरंत स्फूर्ति और ताजगी प्रदान करता है, जिससे शरीर ऊर्जा से भरपूर महसूस करता है.
गर्म पानी मानसिक और शरीर के आराम के लिए सर्वोत्तम है, जबकि ठंडा पानी ताजगी, ऊर्जा, सूजन और जलन को कम करने में मदद करता है. दोनों के अपने-अपने लाभ हैं. अपनी जरूरत के हिसाब से इन दोनों में से किसी एक को चुनें.