30 March 2025
Pradyumn Thakur
भारत में ट्रेनें मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक और डीजल इंजनों से चलती हैं. डीजल इंजनों का उपयोग तेजी से कम हो रहा है.
बहुत कम लोग जानते हैं कि ट्रेन के डीजल इंजन का माइलेज कितना होता है. इसमें कितना खर्च आता है. आइए इसे समझते हैं.
ट्रेन के डीजल इंजन का माइलेज कारों की तरह नहीं मापा जाता, बल्कि इसे घंटों के आधार पर तय किया जाता है.
माइलेज कई कारकों पर निर्भर करता है. जैसे बार-बार ब्रेक लगाना, ऊंचाई पर चढ़ना, कम या ज्यादा भार खींचना और इंजन की शक्ति.
12 डिब्बों वाली एक पैसेंजर ट्रेन को खींचने वाला डीजल इंजन 1 किलोमीटर की दूरी के लिए 6 लीटर डीजल की खपत करता है.
वहीं 12 डिब्बों वाली एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन 1 किलोमीटर चलने में लगभग 4.5 लीटर डीजल इस्तेमाल करता है.
24 डिब्बों वाली सुपरफास्ट ट्रेन को खींचने वाला डीजल इंजन भी 1 किलोमीटर के लिए 6 लीटर डीजल खर्च करता है.
इस तरह ट्रेन के संचालन में खर्च का अनुमान उसके प्रकार डिब्बों की संख्या और इंजन की क्षमता पर निर्भर करता है.