25 March 2025
Pradyumn Thakur
टरबाइन से 600 किलोवाट से 3.15 मेगावाट तक बिजली बनती है. नए मॉडल जैसे S144 कम हवा वाले इलाकों में भी अच्छी बिजली देते हैं.
सुजलॉन नामक कंपनी के पास S120 मॉडल है जो 2.1 मेगावाट बिजली बनाता है. S 133 मॉडल 2.6 से 3 मेगावाट तक बिजली पैदा करता है.
S144 मॉडल 3 मेगावाट से 3.15 मेगावाट तक बिजली देता है. S144 भारत में सबसे बड़े टर्बाइनों में से एक है.
सुजलॉन ने NTPC को 370 S144 टरबाइन देने का ऑर्डर लिया है. इनसे कुल 1,166 मेगावाट बिजली बनेगी.
सुजलॉन ने 17 देशों में 20.5 गीगावाट बिजली क्षमता लगाई है.
नए ऑर्डर में 81.9 मेगावाट और 100.8 मेगावाट के प्रोजेक्ट शामिल हैं. सुजलॉन के टर्बाइन DFIG तकनीक से बिजली को बेहतर बनाते हैं.
कंपनी अपने टर्बाइनों की देखभाल और सर्विस भी करती है. सुजलॉन की कमाई हर साल बढ़ रही है.