UPI फ्रॉड: Pull Transaction से कैसे बचें?

   11 April 2025

Tejaswita Upadhyay

Pull Transaction एक ऐसा तरीका है जिसमें स्कैमर आपके अकाउंट से पेमेंट की रिक्वेस्ट भेजता है और अगर आप गलती से ‘Approve’ कर देते हैं, तो पैसे सीधे उसके अकाउंट में चले जाते हैं.

Pull Transaction होता क्या है?

फ्रॉडस्टर किसी भी फर्जी बिजनेस या व्यक्ति के नाम से UPI लिंक बनाकर आपको Pay Request भेजते हैं. ये अक्सर रिफंड, कैशबैक या सर्विस चार्ज के नाम पर भेजे जाते हैं.

स्कैमर कैसे भेजते हैं रिक्वेस्ट?

ध्यान रखें कि असली कंपनी या व्यक्ति आपको पैसे देने के लिए कभी भी ‘Pay’ रिक्वेस्ट नहीं भेजता. अगर कोई कहे कि रिफंड लेने के लिए रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करें, तो यह फ्रॉड है.

इन रिक्वेस्ट को पहचानना कैसे?

Google Pay, PhonePe, Paytm और BHIM जैसे सभी UPI ऐप्स में यह फ्रॉड संभव है. फ्रॉड की संभावना तब होती है जब यूजर बिना सोचे समझे पेमेंट रिक्वेस्ट को मंजूरी दे देता है.

कौन से ऐप्स में यह फ्रॉड ज्यादा होता है?

अगर किसी अनजान नंबर या संदिग्ध नाम से Pay Request आए, तो उसे Reject कर दें. यदि संदेह हो, तो उस व्यक्ति या कंपनी से फोन पर बात करें और पुष्टि करें.

क्या करें जब रिक्वेस्ट आए?

NPCI और RBI यूजर्स को जागरूक रहने की सलाह देते हैं. किसी भी प्रकार के Pull Request को सोच-समझकर एक्सेप्ट करें और बिना सत्यापन के कोई भी UPI ट्रांजैक्शन न करें.

NPCI और RBI क्या कहता है?

NPCI Pull Transaction पर लिमिट सेट करने और यूजर अलर्ट को मजबूती देने जैसे नियमों पर विचार कर रहा है, जिससे इस प्रकार की धोखाधड़ी को रोका जा सके.

क्या कोई नया नियम आएगा?

कभी भी ‘Approve Payment’ बटन तब तक न दबाएं जब तक आप पूरी तरह संतुष्ट न हों कि यह रिक्वेस्ट सही है. साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए UPI से जुड़ी जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है.

इन बातों का रखें ध्यान