28 March 2025
Soma Roy
गर्मियों में अक्सर लोग सलाद में खीरा खाते हैं. ये पेट के लिए काफी फायदेमंद है, लेकिन बहुत बार कड़वे खीरे मुंह का स्वाद बिगाड़ देते हैं.
कुछ खीरों में कड़वापन इतना ज्यादा होता है कि इसे खाया नहीं जा सकता है. इनमें ये कड़वापन "कुकुरबिटासिन" नाम के कंपाउंड की वजह से होता है. तो कैसे करें कड़वे खीरे की पहचान इसके लिए हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे.
कुछ खीरे तो खाने में मीठे होते हैं जैसे- हाइब्रिड या बीज रहित खीरे, लेकिन कुछ पुरानी देसी किस्मों के खीरे कड़वे होते हैं, इसलिए खीरा खरीदते समय इसकी किस्म पर ध्यान दें.
चमकदार, सख्त और हरे-भरे खीरे चुनें मीठे होते हैं, लेकिन जो खीरे जरूरत से ज्यादा गहरे हरे हों और उनमें बबल्स जैसे दिखें वो कड़वे हो सकते हैं. इसके अलावा अगर खीरा पीला पड़ रहा हो या नरम धब्बे दिखें तो भी ये कड़वा हो सकता है.
बड़े खीरे खासकर जिनमें बीज बन गए हों उनमें कड़वाहट के चांस बढ़ जाते है, जबकि छोटे खीरे मीठे और ताजे होते हैं.
मार्केट में दो तरह के खीरे आते हैं, इनमें एक बिल्कुल हरे हाेते हैं, जबकि दूसरे थोड़े हल्के हरे होते हैं, उनमें थारियां पड़ी होती हैं, ऐसे खीरे कम कड़वे होते हैं.
खीरे का छिलका अक्सर कड़वाहट लिए होता है, क्योंकि वहां "कुकुरबिटासिन" ज्यादा जमा होता है, ऐसे में इसे दूर करने के लिए छिलके हटा लीजिए, या अपर और लोअर साइड में इसे काटकर घिस लें.
खीरे को काटकर उस पर थोड़ा नमक छिड़क दें और करीब 30 मिनट तक छोड़ दें. नमक पानी और कड़वे तत्वों को बाहर खींच लेगा.