19 March 2025
Pratik Waghmare
पोषण संबंधी जानकारी देखें – तेल के पैकेट के पीछे दिए गए न्यूट्रिशनल प्रोफाइल को जरूर पढ़ें. सर्टिफिकेशन जांचें – ऑर्गेनिक, नॉन-GMO को देखना जरूरी है, ताकि तेल की क्वालिटी सुनिश्चित की जा सके.
सबको पता है एक्सपाइरी सामान नहीं खरीदना है लेकिन फिर भी लोग इसे चेक नहीं करते. तेल ज्यादा पुराना होने पर खराब हो सकता है, जिससे सेहत को नुकसान हो सकता है.
एक्सपाइरी डेट
बहुत सस्ता तेल है तो उसपर संदेह करे. अगर किसी ब्रांड का तेल बाजार मूल्य से बहुत सस्ता मिल रहा है, तो उसमें मिलावट होने की संभावना है.
सस्ता तेल!
असली तेल की खुशबू अलग होती है – शुद्ध तेलों की एक खास सुगंध होती है, जबकि नकली तेलों में यह खुशबू नहीं आती. तेल का रंग और बनावट देखें – अगर तेल में धुंधलापन है, तो उसमें मिलावट हो सकती है.
खुशबू और रंग
तेल के स्वाद में कड़वाहट न हो – अगर तेल का स्वाद कड़वा या अजीब लगे, तो यह संक्रमण या मिलावट का संकेत हो सकता है, क्योंकि असली तेल का स्वाद साफ और नेचुरल होता है.
स्वाद
तेल को थोड़ी देर फ्रिज में रखें. अगर यह शुद्ध होगा, तो ठंड में जम सकता है, जबकि नकली तेल नहीं जमता. एक सफेद कागज पर तेल की बूंद डालें. शुद्ध तेल एकसमान और पारदर्शी दाग छोड़ेगा. सरसों के तेल में एक चम्मच नाइट्रिक एसिड डालें. तेल रंग बदले तो समझे कि इसमें मिलावट है.
घरेलू नुस्खे
नकली तेलों में मौजूद ट्रांस फैट दिल की बीमारियों, मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है. लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. सांस फूलना और घरघराहट जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं.
स्वास्थ्य पर असर