18 March 2025
Soma Roy
गुड़हल का पौधा अक्सर भारतीय घरों में देखने को मिलता है. लाल रंग का ये फूल देखने में काफी आकर्षक लगता है. मगर कई बार ये पेड़ हरे-भरे तो रहते हैं, लेकिन इनमें ज्यादा फूल नहीं आते. इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे काम आ सकते हैं.
घरेलू नुस्खे आएंगे काम
गुड़हल के पेड़ को अगर फूलों से लदा हुआ बनाना चाहते हैं तो चायपत्ती का नुस्खा कारगर साबित हो सकता है. घर में बची चायपत्ती या ग्रीन टी को रात भर 1 लीटर पानी में भिगो दें और इसे सुबह पेड़ में डाल दें, इससे पौधा खिल उठेगा.
चायपत्ती का जादू
गुड़हल के पौधे को फूलों से लदा हुआ बनाने के लिए चायपत्ती के पानी में एक चम्मच हींग मिलाकर डाल दें. हर 15 दिन में ऐसा करें, इससे कलियां खिलने लगेंगी.
एक चम्मच हींग है काफी
हर 6 महीने या साल में गुड़हल के पौधे के गमले की मिट्टी बदल दें. नीचे कंकड़-पत्थर डालकर पानी की निकासी सही करें, इससे पौधे की जड़ें स्वस्थ रहेंगी और फूल खिलने लगेंगे.
मिट्टी को ताजा रखें
गुड़हल के पौधे को हरा-भरा बनाने के लिए Zyme खाद डालें. ये लिक्विड या पाउडर दोनों में उपलब्ध होता है. छोटे पौधे के लिए 1 चम्मच और बड़े के लिए 1.5 चम्मच डालें.
Zyme खाद का कमाल
बाजार के कीटनाशक और फर्टिलाइजर पत्तों और कलियों को सुखा देते हैं. ऐसे में घरेलू चीजों से बनें खाद का इस्तेमाल करें.
केमिकल से बचें
हर 3-4 महीने में पौधे की कटिंग करें. इससे नई डालियां निकलेंगी और पौधा तेजी से बढ़ेगा, साथ ही गुड़हल की डाली फूलों से लद जाएगी.
नियमित कटिंग करें
गुड़हल 12 महीने फूल देता है, लेकिन बारिश के बाद तापमान बदलने पर फूल कम हो सकते हैं. इन टिप्स से उस कमी को पूरा कर सकते हैं.
सही मौसम का ध्यान रखें