आम कैल्शियम कार्बाइड से पका है या नेचुरल तरीके से, ऐसे करें पहचान
08 April 2025
Bankatesh kumar
भीषण गर्मी की दस्तक के साथ ही मार्केट में पके हुए आम गिर गए हैं. हालांकि, खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI ने 'कैल्शियम कार्बाइड' से बकाए गए आम को नहीं खाने की सलाह दी है.
कैल्शियम कार्बाइड
उसने व्यापारियों और फूड बिजनेस ऑपरेटरों को फलों को पकाने के लिए प्रतिबंधित केमिकल 'कैल्शियम कार्बाइड' का इस्तेमाल न करने की सख्त चेतावनी दी है.
सख्त चेतावनी
FSSAI ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि आम के सीजन में खासतौर पर इस बात का ध्यान रखा जाए कि फलों को कृत्रिम रूप से पकाने में कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल बिल्कुल न हो.
आम के सीजन
इसके साथ ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के फूड सेफ्टी विभागों को सतर्क रहने और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. ये कार्रवाई FSS कानून 2006 के तहत होगी.
कार्रवाई करने के निर्देश
ऐसे में सलाव उठता है कि आम जनता कैसे पहचा करें कि आम प्राकृतिक रूप से पका हुआ है या फिर कैल्शियम कार्बाइड से पकाया गया है.
आम जनता
अगर आम बाहर से बहुत ज्यादा चमकदार पीले रंग का दिखे लेकिन अंदर से कच्चा और सख्त हो, तो हो सकता है कि उसे केमिकल से पकाया गया हो.
केमिकल
वहीं, नेचुरल तरीके से पका आम हल्के-फुल्के धब्बों के साथ असमान रंग का होता है, जो इसकी प्राकृतिक रूप से पकने की निशानी है.
प्राकृतिक
सुगंध से भी लहचान कर सकते हैं. प्राकृतिक रूप से पके आमों से मीठी और ताजी खुशबू आती है, जो दूर से ही महसूस की जा सकती है.
महसूस
वहीं रासायनिक तरीके से पके आमों में या तो कोई खास खुशबू नहीं होती, या उनमें हल्की सी तेज और अजीब गंध आ सकती है. साथ ही स्वाद से फर्क रहता है.