40 लाख में बनने वाला था पहला एम्स, लागत बढ़ी तो लेना पड़ा डोनेशन का सहारा

16 March 2025

Vinayak singh

भारत में पहले एम्स की नींव 1956 में रखी गई थी. तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने देश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की थी. इस संस्थान ने भारत के स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

भारत का पहला एम्स

देश का पहला एम्स दिल्ली में स्थापित किया गया, लेकिन शुरुआत में इसका निर्माण कोलकाता में प्रस्तावित था. हालांकि, उस समय के पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बिधान चंद्र रॉय के कारण बाद इसे दिल्ली में बनाया गया.

पहले यह जगह तय हुई थी

1957-58 में एम्स की स्थापना के लिए 40 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया था. हालांकि, निर्माण कार्य में देरी के कारण लागत बढ़ती गई और इसका बजट पुनः संशोधित करना पड़ा.

40 लाख में होना था निर्माण

शुरुआती अनुमान के मुताबिक एम्स का निर्माण 40 लाख रुपये में होना था, लेकिन देरी और बढ़ती लागत के कारण यह राशि बढ़ गई. दूसरी पंचवर्षीय योजना के दौरान इसके लिए 11.11 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.

11 करोड़ से ज्यादा हुआ खर्च

जब भारत में पहला एम्स बन रहा था, उस समय देश की स्वास्थ्य मंत्री राजकुमारी अमृत कौर थीं. वर्तमान में एम्स के निर्माण और संचालन पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं.

राजकुमारी अमृत कौर थीं स्वास्थ्य मंत्री

उस दौर में 11 करोड़ रुपये बहुत बड़ी राशि थी. देश विभिन्न आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा था, जिसके चलते एम्स के निर्माण के लिए डोनेशन का सहारा लेना पड़ा.

लेना पड़ा डोनेशन का सहारा

भारत में पहले एम्स की स्थापना के लिए रॉकफेलर फाउंडेशन ने आर्थिक सहायता प्रदान की थी. फाउंडेशन ने 2 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 17 करोड़ रुपये) का दान दिया था, जिसका उपयोग एम्स के निर्माण में किया गया.

रॉकफेलर फाउंडेशन ने दिया डोनेशन