22 Feb 2025
Bankatesh kumar
26 Feb 2025
Satish Vishwakarma
अब आप 30 मिनट में दिल्ली से जयपुर की सैर करेंगे. जी हां IIT मद्रास ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जो ट्रांसपोर्ट सिस्टम में क्रांति ला देगी.
भारत ने अपना पहला हाईपरलूप टेस्ट ट्रैक बनाकर तैयार कर लिया है. IIT मद्रास और इंडियन रेलवे ने मिलकर इस टेस्ट ट्रैक को तैयार किया है.
भारत का हाईपरलूप ट्रैक
बुलेट ट्रेन की टॉप स्पीड की बात करें तो यह करीब 320 किलोमीटर प्रति घंटा होती है, जबकि हाईपरलूप ट्रेन की स्पीड 1100 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.
बुलेट ट्रेन से ज्यादा स्पीड
केंद्रीय रेल मंत्री ने इस 422 मीटर लंबे हाईपरलूप टेस्ट ट्रैक का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें बताया गया है कि IIT मद्रास के साथ मिलकर तैयार किया गया यह इनोवेशन फ्यूचर के ट्रांसपोर्टेशन को एक नए लेवल पर पहुंचाएगा.
रेल मंत्री ने दी जानकारी
हाईपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रांसपोर्ट सिस्टम है, जिसमें पॉड्स को वैक्यूम ट्यूब के भीतर चुंबकीय टेक्नॉलाजी के माध्यम से चलाया जाता है.
क्या है हाईपरलूप?
घर्षण और वायुगतिकीय दबाव नहीं होने के कारण इसमें चलने वाली ट्रेन 1100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकती है.
इतनी अधिक स्पीड कैसे संभव है?
इस सिस्टम में ऊर्जा की खपत बेहद कम होती है और प्रदूषण लगभग शून्य होता है.
ऊर्जा खपत और प्रदूषण
भारत में हाईपरलूप ट्रेन शुरू होने से मौजूदा ट्रेन और सड़क यात्रा के साथ-साथ एक नया पब्लिक ट्रांसपोर्ट मोड तैयार हो जाएगा.
भारत में हाईपरलूप