होली में इन आसान तरीकों से पहचानें कि खोया असली है या नकली

11 March 2025

VIVEK SINGH

होली के दौरान खोया और उससे बनी मिठाइयों की मांग कई गुना बढ़ जाती है. इस बढ़ती डिमांड का फायदा उठाकर कुछ दुकानदार मिलावटी खोया बेचते हैं, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है.  

 होली पर बढ़ी मिठाइयों की मांग  

अधिक मुनाफा कमाने के लिए मिलावटखोर नकली खोया तैयार करते हैं. इसमें सस्ता मिल्क पाउडर, स्टार्च, अरारोट, टेलकम पाउडर और कई खतरनाक केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जिससे मिठाइयों की गुणवत्ता और सेहत पर बुरा असर पड़ता है.  

 क्यों होता है खोया में मिलावट?

शुद्ध खोया को मसलने पर यह दरदरा लगता है और इसमें प्राकृतिक मिठास होती है. जबकि मिलावटी खोया चिकना, ज्यादा लचीला और बिना किसी प्राकृतिक सुगंध वाला होता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.  

मिलावटी खोया की पहचान कैसे करें?

गुनगुने पानी में खोया मिलाकर देखें, अगर सफेद परत जमने लगे तो यह नकली हो सकता है. वहीं, आयोडीन डालने पर अगर खोया का रंग बदल जाए तो इसमें स्टार्च या अन्य मिलावट मौजूद हो सकती है.  

पानी और आयोडीन टेस्ट से करें जांच

नकली खोया में मौजूद केमिकल्स पेट दर्द, अपच, गैस, एसिडिटी और डायरिया जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. लंबे समय तक मिलावटी खोया खाने से शरीर में टॉक्सिन बढ़ सकते हैं, जिससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.  

मिलावटी खोया के स्वास्थ्य पर प्रभाव

कुछ मिलावटखोर खोया में यूरिया और सिंथेटिक दूध मिलाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद हानिकारक है. इसका सेवन लिवर और किडनी को प्रभावित कर सकता है और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.  

यूरिया और सिंथेटिक दूध का खतरा

पुराना या खराब खोया बैक्टीरिया के संपर्क में आकर फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है. इससे उल्टी, दस्त और पेट में ऐंठन हो सकती है. बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है.  

बासी खोया से हो सकता है फूड पॉइजनिंग

त्योहारी सीजन में मिलावट रोकने के लिए खाद्य विभाग सक्रिय हो गया है. हाल ही में लखनऊ में 3.5 क्विंटल मिलावटी खोया जब्त किया गया, जिससे लोगों को नकली उत्पादों से बचने की चेतावनी दी गई.  

खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई