13 April 2025
Satish Vishwakarma
टमाटर दिखने में जितने लाल और सुंदर लगते हैं, जरूरी नहीं कि वो उतने ही नेचुरल हों, क्या आप जानते हैं टमाटरों को जल्दी पकाने और चमकाने के लिए कौन-कौन से रसायन इस्तेमाल होते हैं? आइए जानें.
टमाटरों को जल्दी पकाने के लिए एथेफॉन (Ethrel) का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है. ये टमाटर को एकदम लाल तो बना देता है.
जल्दी पकाने वाला रसायन
एथेफॉन टमाटर के स्वाद और पोषण कम कर सकता है.
क्या होता है नुकसान
जिबरेलिक एसिड GA3 एक प्लांट ग्रोथ हार्मोन है जो पौधे की लंबाई बढ़ाता है और फूल-फल बनने की प्रक्रिया को तेज करता है. हालांकि, इसका ज्यादा इस्तेमाल टमाटर के नेचुरल फ्लेवर को बिगाड़ सकता है.
फल और फूल को बढ़ाने वाला
नेफथलीन एसिटिक एसिड (NAA) का प्रयोग फलों को झड़ने से रोकने और उनकी क्वालिटी सुधारने में होता है, लेकिन अत्यधिक प्रयोग से इसका असर सेहत पर पड़ सकता है.
फलों को गिरने से रोकता है
कई बार टमाटर को कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. इससे पकाए गए टमाटर बाहर से लाल, लेकिन अंदर से कच्चे होते हैं.
तेजी से पकाने का खतरनाक तरीका
टमाटरों पर मोम की परत चढ़ाई जाती है ताकि वे ज़्यादा दिनों तक टिकें और देखने में चमकदार लगें. लेकिन ये परत आपके शरीर में जाकर नुकसान कर सकती है.
चमक और लंबी शेल्फ लाइफ के लिए
नेचुरल टमाटर में हल्की खुशबू, थोड़ा सा दाग-धब्बा, रंग में असमानता. वहीं केमिकल टमाटर, ज़्यादा चमकदार, बहुत लाल, कठोर और गंधहीन होता है.
कैसे करें पहचान?
टमाटर को 30-40 मिनट पानी में रखें. अगर मोम या कलर लगा है तो पानी की सतह पर तेल जैसा परत दिखेगा और टमाटर की स्किन से सफेद परत उतर सकती है.
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