24 Oct 2024
यतींद्र लवानिया
कोविड महामारी के बाद बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में 10वीं सबसे बड़ी गिरावट जनवरी 2021 में दर्ज की गई. इस एक महीने में बाजार में 3% गिरावट आई.
रूस'-यूक्रेन युद्ध शुरू हो गया. इसकी वजह से पूरी दुनिया के साथ फरवरी 2022 में भारतीय बाजार में 3% की गिरावट आई.
भारत सहित पूरी दुनिया में महंगाई के आंकड़ों ने हाहाकार मचा रखा था. भारत में महंगाई 7% से ज्यादा थी. इसके चलते बाजार में 4% की गिरावट देखी गई.
बढ़ती महंगाई, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चे तेल की आपूर्ति में रुकावट से पूरी दुनिया में तनाव था. इसके चलते भारतीय बाजार में दिसंबर 2022 में 4% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई .
इस महीने में भारत में कोविड की तीसरी लहर की शुरुआत हुई. इसके चलते कई तरह की बंदिशें लगीं, जिसका असर बाजार पर दिखा और इस महीने में बाजार में 4% की गिरावट दर्ज की गई.
भारत में लॉकडाउन लग चुका था और हर रोज कोविड से लोगों की मौत के आंकड़े डराने लगे थे. इसके चलते मई 2020 में बाजार में 4% से ज्यादा की गिरावट हुई.
कोविड महामारी और वैश्विक अस्थिरता के चलते जून 2022 में देश के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में 5% की गिरावट देखी गई.
विदेशी निवेशकों की भारी विकवाली के चलते अक्टूबर में भारतीय बाजार 5.71% गिर चुका है. कोविड के बाद मासिक आधार पर यह तीसरी बड़ी गिरावट है.
भारत में भी कोविड का खौफ बढ़ने लगा था. विदेशी निवेशकों की निकासी के चलते बाजार में इस महीने में 6% की भारी भरकम गिरावट आई.
भारत में भी कोविड फैलने लगा था. सरकार लॉकडाउन जैसे उपायों पर विचार करने लगी थी. तनावभरे हालात के बीच इस महीने 23% की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई.