13 April 2025
Satish Vishwakarma
गर्मियों का मौसम आते ही हर किसी को ठंडक की तलाश होती है. भारत में बढ़ती गर्मी और उमस ने एयर कुलिंग सोल्यूशन को जरूरी बना दिया है. ऐसे में अक्सर लोग यह सोच में पड़ जाते हैं कि एयर कूलर लें या एयर कंडीशनर? अगर आप भी इसी उलझन में हैं, तो ये जानकारी आपके लिए है.
सबसे पहले बात करें कूलिंग क्षमता की, तो एयर कूलर हल्की गर्मी और ड्राई मौसम में बेहतर काम करता है. यह हवा में नमी लाकर ठंडक देता है, खासकर खुले या हवादार कमरों में अच्छा असर दिखाता है. वहीं एयर कंडीशनर बंद कमरों में तेज और स्थिर ठंडक देता है.
कूलिंग के लिहाज से
बिजली की खपत के मामले में कूलर एसी से कहीं ज्यादा किफायती होता है. यह कम बिजली लेता है और लंबे समय तक चलने के बाद भी जेब पर भारी नहीं पड़ता. वहीं AC ज़्यादा बिजली खपत करता है, हालांकि इन्वर्टर तकनीक वाले एसी इस खर्च को कुछ हद तक कम कर सकते हैं.
कौन करता है ज्यादा बिजली खपत?
कूलर छोटे और मध्यम आकार के कमरों के लिए उपयुक्त होता है, जबकि AC बड़े कमरे को भी आसानी से ठंडा कर सकता है. टन या सीएफएम के अनुसार सही यूनिट चुनना चाहिए.
कमरे के आकार के अनुसार
इंस्टॉलेशन और पोर्टेबिलिटी की बात करें तो एयर कूलर को आप कहीं भी रख सकते हैं, इसे इंस्टॉल कराने की जरूरत नहीं है. वहीं AC को लगाने के लिए प्रोफेशनल इंस्टॉलेशन, दीवार में फिटिंग और स्पेस की आवश्यकता होती है.
सुविधानुसार
मेंटेनेंस के लिहाज से कूलर को नियमित तौर पर पानी भरना, सफाई और टैंक क्लीनिंग की जरूरत होती है. जबकि एसी को हर कुछ महीनों में प्रोफेशनल सर्विसिंग की जरूरत होती है, जिसमें फिल्टर साफ करना और गैस चेक शामिल होता है.
मेंटेनेंस के लिहाज से
अगर बजट की बात करें तो कूलर सस्ता होता है और उसकी चलाने की लागत भी कम होती है. वहीं एसी थोड़ा महंगा होता है और उसकी बिजली खर्च भी अधिक होती है.
बजट के लिहाज से
पर्यावरण के प्रभाव की दृष्टि से देखा जाए तो कूलर ज़्यादा इको-फ्रेंडली होता है क्योंकि इसमें कोई केमिकल इस्तेमाल नहीं होता. वहीं एसी में रेफ्रिजरेंट्स होते हैं, जो ओजोन परत को नुकसान पहुँचा सकते हैं.
कौन है ज्यादा इको फ्रेंडली
एयर क्वालिटी के मामले में कूलर हवा में नमी बढ़ाता है, जो सूखी हवा में राहत देता है लेकिन इससे फफूंदी या एलर्जी की समस्या भी हो सकती है. AC धूल और एलर्जन को फिल्टर करता है, लेकिन यह हवा को सुखा भी देता है, जिससे त्वचा या गले में ड्रायनेस हो सकती है.
एयर क्वालिटी के मामले में
अगर आप सूखे और गर्म इलाके में हैं तो एयर कूलर एक बेहतरीन आप्शन हो सकता है. लेकिन अगर आप किसी नमी वाले या समुद्री इलाके में हैं, तो एयर कंडीशनर बेहतर रहेगा क्योंकि यह नमी भी कम करता है.
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