11 April 2025
Soma Roy
ज्वाइंट होम लोन तभी मिल सकता है जब जिस प्रॉपर्टी पर लोन लिया जा रहा है.
लोन की मासिक किस्तें (EMI) सभी ज्वाइंट होल्डर्स को मिलकर चुकानी होती हैं.
जितना पैसा आप लोन की EMI में योगदान देते हैं उतने हिस्से का टैक्स बेनिफिट आपको अलग से मिल सकता है.
सभी लोन धारक आपस में यह लिखित समझौता कर सकते हैं कि किसका कितना हिस्सा है और EMI उसी हिसाब से दी जाए.
EMI चुकाने का हिस्सा प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी के बराबर होना जरूरी नहीं है. आपस में तय किए गए किसी भी अनुपात में EMI दी जा सकती है.
EMI का भुगतान उस बैंक अकाउंट से किया जाना चाहिए जिसमें लोन लेने वालों में से कोई एक 'पहला नाम' हो.