23 Feb 2025
Vivek Singh
वॉरेन बफेट ने घोषणा की है कि वह 2025 के अंत तक 33.4 हजार करोड़ डॉलर (करीब 29 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेंगे. उनका फोकस बॉन्ड्स पर नहीं, बल्कि स्टॉक्स पर रहेगा.
बफेट ने 2024 की आखिरी तिमाही में Apple के 900 करोड़ डॉलर (करीब 78 हजार करोड़ रुपये) के शेयर बेचकर नकदी इकट्ठा की. यह कदम उनके नए निवेश प्लान का हिस्सा था.
Apple के शेयर बेचकर जुटाई नकदी
बफेट का मानना है कि फिक्स्ड कूपन बॉन्ड्स महंगाई (Inflation) के खिलाफ सुरक्षा नहीं देते. उन्होंने कहा कि किसी बड़े फिस्कल फैसले से कैश का मूल्य खत्म हो सकता है.
कैश और बॉन्ड्स पर कम भरोसा
2024 में बर्कशायर हाथवे के स्टॉक्स की वैल्यू 8200 करोड़ डॉलर घटकर 27.2 हजार करोड़ डॉलर रह गई. इसीलिए वे अब कैश को दोबारा स्टॉक्स में डालने की योजना बना रहे हैं.
बर्कशायर हाथवे के स्टॉक्स में गिरावट
बफेट का कहना है कि कुछ देशों में फिस्कल अनुशासन की कमी आदत बन चुकी है, और अब अमेरिका भी उसी दिशा में बढ़ रहा है. इससे निवेशकों को स्टॉक्स पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.
अमेरिका की आर्थिक स्थिति पर बफे की चिंता
2024 की दिसंबर तिमाही में बर्कशायर हाथवे का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 71 फीसदी बढ़कर 1450 करोड़ डॉलर हो गया. यह उनके मजबूत बिजनेस मॉडल को दिखाता है.
ऑपरेटिंग प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल
बर्कशायर ने पिछले साल सरकार को हर 20 मिनट पर 10 करोड़ डॉलर टैक्स चुकाया. यह टेक सेक्टर की कई बड़ी कंपनियों से भी ज्यादा था.
टैक्स भुगतान में भी अव्वल
बर्कशायर हाथवे के 189 ऑपरेटिंग बिजनेस में से 53 फीसदी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया, जिससे कंपनी की ग्रोथ जारी रही.
कंपनी के बिजनेस का बेहतर प्रदर्शन
बफेट का मानना है कि शेयर बाजार में लंबी अवधि का निवेश ही सही रणनीति है. वे कम वैल्यूएशन वाले लेकिन मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में निवेश पर जोर दे रहे हैं.
स्टॉक्स में निवेश के पीछे लॉन्ग-टर्म विजन