14 April 2025
Satish Vishwakarma
भारत में कुछ कारें केवल सफर का जरिया नहीं रहीं, बल्कि स्टेटस सिंबल और भावनात्मक जुड़ाव का हिस्सा बन गईं. आम आदमी से लेकर सरकार और सेना तक, इन कारों ने भारत की सड़कों पर दशकों तक राज किया.
आज ये कारें बाजार से भले ही गायब हैं, लेकिन लोगों के दिलों में अब भी जिंदा हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं वो 5 गाड़ियां कौन सी थी जिन्हें लोग आज भी याद करते हैं.
कौन है वो गाड़ियां ?
मारुति ओमनी एक मल्टी-परपज वैन थी, जिसने पारिवारिक यात्राओं से लेकर मेडिकल इमरजेंसी तक हर भूमिका निभाई है. इसे 1984 में लॉन्च किया गया और सुरक्षा मानकों के कारण 2019 में बंद कर दिया गया.
मारुति सुजुकी ओमनी
मारुति 800 ने भारत में कार का सपना साकार किया है. यह कार 1983 में लॉन्च हुई. 800 सीसी इंजन वाली यह किफायती और भरोसेमंद कार भारतीय परिवारों की पहली पसंद बन गई और करीब तीन दशक तक मार्केट में बनी रही.
मारुति 800
अंबेसडर कार को लंबे समय तक भारतीय नेताओं, अधिकारियों और सरकारी महकमों की शान माना गया. यह 1957 में लॉन्च हुई और 2014 तक इसका उत्पादन जारी रहा.
एचएम अंबेसडर
प्रीमियर पद्मिनी एक ऐसी कार थी जो मुंबई की टैक्सी सेवा से लेकर फिल्मी सितारों की लाइफस्टाइल का हिस्सा बनी रही. इसे 1964 में फिएट 1100 Delight के रूप में लॉन्च किया गया था और बाद में 'पद्मिनी' नाम से जानी गई.
प्रीमियर पद्मिनी
खास बात ये भी है कि सुपर स्टार रजनीकांत, से लेकर आमिर खान समेत उस समय की कई मशहूर हस्तियों के पास यह गाड़ी थी. लोग इसे आम बोलचाल की भाषा में पैड या फिएट के नाम से भी पुकारते थे.
कई हस्तियों की थी पसंद
मारुति जिप्सी को खासतौर पर ऑफ-रोडिंग के लिए डिजाइन किया गया था और यह भारतीय सेना, पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्सेज की पसंदीदा रही. 1985 में लॉन्च की गई यह गाड़ी अब आम बाजार में नहीं मिलती है.
मारुति सुजुकी जिप्सी