चाय छोड़िये, उठाइये माचा टी का स्वाद; भारत में लोग हो रहे दिवाने

04 April 2025

Tejaswita Upadhyay

भारत में चाय के आशिकों की कमी नहीं है और इसका सीधा उदाहरण है हर चौराहे और गली में चाय की टपरी. हालांकि, अब वर्षों से चले आ रहे चाय और कॉफी लवर को एक नया विकल्प मिल रहा है. माचा टी, जो अपनी हेल्थ बेनेफिट के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रही है.

चाय के नए विकल्प की दस्तक

माचा का शाब्दिक अर्थ है ‘पाउडर चाय’. यह स्पेशल तरीके से शेडेड ग्रीन टी की कोमल पत्तियों से बनाई जाती है. इन पत्तियों को स्टीम, सुखाने, छंटाई और मिलिंग की प्रक्रिया से गुजारना होता है. इसका स्वाद और गुण इसे ग्रीन टी से भी अधिक प्रभावशाली बनाते हैं.

क्या है माचा टी?

पहले जापानी घरों और फिर पश्चिमी फिटनेस प्रेमियों तक सीमित रहने वाली माचा टी अब भारत के वेलनेस बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बना रही है. बड़ी चाय कंपनियों के साथ-साथ नए ब्रांड भी इस बाजार में उतर चुके हैं, जिससे भारत में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है.

भारत में बढ़ता क्रेज

हाल ही में भारतीय ब्रांड Glow Glossary ने Shark Tank India में माचा टी को प्रेसेंट  किया. हालांकि कंपनी को निवेश नहीं मिला, लेकिन इसने भारत में माचा की बढ़ती मांग को एक बार फिर उजागर कर दिया. अब यह कैफे और घरों में आम हो रही है.

Shark Tank India पर  चर्चा में आई माचा

2024 से 2030 के बीच माचा टी बाजार में 8.6% की वार्षिक वृद्धि का अनुमान है. अगर यह रफ्तार बनी रही, तो दशक के अंत तक भारतीय माचा बाजार 167 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है. यह दर्शाता है कि लोग तेजी से स्वास्थ्यवर्धक पेय की ओर बढ़ रहे हैं.

तेजी से बढ़ता बाजार

जापान माचा का सबसे बड़ा उत्पादक है और अब अपनी लगभग आधी पैदावार दुनिया के अन्य देशों को निर्यात कर रहा है. जापान के कृषि, वानिकी और मत्स्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले दशक में माचा उत्पादन में 185% की बढ़त देखी गई है.

जापान से निर्यात में भारी बढ़ोतरी

चूंकि माचा की कटाई केवल वसंत ऋतु में होती है इसलिए इसकी भारी मांग से बाजार में ऑर्गेनिक माचा की कमी देखने को मिल रही है. प्रोडक्शन बढ़ने के बावजूद असली और शुद्ध माचा आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

बढ़ती मांग के कारण आपूर्ति  पर असर

माचा टी को एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत माना जाता है. यह शरीर को डिटॉक्स करने, ऊर्जा बढ़ाने और एकाग्रता सुधारने में मदद करती है. इस कारण इसे सुपरफूड के रूप में देखा जा रहा है और दुनियाभर में तेजी से अपनाया जा रहा है.

पोषण से भरपूर सुपरफूड