गाय को खिलाएं ये आहार नहीं लगेगी लू, देगी ज्यादा दूध 

09 April 2025

Bankatesh kumar

7 अप्रैल से बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से सहित अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी की शुरुआत हो गई है. सुबह के 11 बजते ही गर्म हवाएं बह रही हैं.

गर्म हवाएं 

इससे इंसान के साथ-साथ मवेशी भी परेशान हो गए हैं. उन्हें भी लू लगने का खतरा बढ़ गया है. वहीं, गर्मी बढ़ने से दुधारू मवेशी दूध भी कम दे रहे हैं.

दुधारू मवेशी

अगर किसान चाहें, तो थोड़ी सी सावधानी बरतते हुए अपने मवेशियों को लू लगने से बचा सकते हैं. बस इसके लिए मवेशियों के आहार में बदलाव करना होगा.

आहार में बदलाव

दरअसल, लू लगने से पशुओं की त्वाचा सिकुड़ने लगती है. वे दूध भी कम देने लगती हैं. कई बार तो उनकी मौत भी हो जाती है. ऐसे में लू से बचाने के लिए पशुओं के दिन में 3 से 4 बार पानी पिलाएं.

पानी पिलाएं

अगर पशुओं को तेज बुखार है. साथ ही उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. मुंह से झाग निकल रहा है तो ऐसी परिस्थिति में उनके अंदर एनर्जी की कमी है.

एनर्जी की कमी 

ऐसे में पशुओं को सरसों का तेल पिलाना फायदेमंद रहेगा. क्योंकि सरसों के तेल में वासा होती है. इससे शरीर को एनर्जी मिलती है.

सरसों के तेल में वासा 

एक्सपर्ट का कहना है कि लू से लड़ने के लिए अधिक एनर्जी की जरूरत होती है. इसलिए पशुओं को गर्मी में हरा चारा ज्यादा खिलाएं.

हरा चारा

उनके चारे में एजोला घास, गेहूं और जौ का चोकर शामिल करें. इससे वे स्वस्थ्य रहेंगे और उन्हें लू भी नहीं लगेगी. साथ ही दूध उत्पादन भी बढ़ जाएगा.

दूध उत्पादन

साथ ही पशुओं को हमेशा छाया में ही बांधें. इसके आलाव गौशाला में पंखा और कूलर की व्यवस्था करें. इससे पशुओं को गर्मी नहीं लगेगी.

पंखा और कूलर