न्यू टैक्स रिजीम Vs ओल्ड टैक्स रिजीम, कौन है बेहतर ऑप्शन

23 January 2025

vivek singh

नए टैक्स रिजीम में छूट और कटौतियों के बिना कम टैक्स दरें दी जाती हैं. इसे 2020 में पेश किया गया था और बजट 2023-24 में और आकर्षक बनाया गया.  

  न्यू टैक्स रिजीम

ओल्ड टैक्स रिजीम में 70+ छूटें और कटौतियां मिलती हैं. इसमें HRA, LTA और 80C जैसी लोकप्रिय छूटें शामिल हैं, जिससे टैक्सपेयर्स को अधिक टैक्स बचत होती है.  

ओल्ड टैक्स रिजीम

2024-25 में ₹3 लाख तक टैक्स छूट है. नई स्लैब में ₹7 लाख तक 5%, ₹10 लाख तक 10%, ₹12 लाख तक 15 %, 15 लाख तक 20 % और इससे अधिक पर 30% टैक्स लगेगा.  

नई टैक्स स्लैब (2024-25)

पुराने सिस्टम में ₹2.5 लाख तक टैक्स छूट है. ₹5 लाख तक 5%, ₹10 लाख तक 20%, और ₹10 लाख से अधिक पर 30% टैक्स है. 

पुरानी टैक्स स्लैब (2024-25)

नए सिस्टम में ₹7 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं है, जबकि पुराने सिस्टम में यह सीमा ₹5 लाख तक है.  

टैक्स छूट की सीमा (नया बनाम पुराना)

ब्रेकइवन पॉइंट वह सीमा है जिस पर दोनों टैक्स सिस्टम में टैक्स लायबिलिटी समान होती है.  इससे टैक्सपेयर्स तय कर सकते हैं कि उनके लिए कौन सा सिस्टम बेहतर है.  

ब्रेकइवन पॉइंट: क्या है?

यदि आपके पास HRA, LTA, और 80C जैसी अधिक कटौतियां हैं और आपकी कुल छूट ब्रेकइवन पॉइंट से अधिक है, तो पुराना सिस्टम चुनें.  

पुराना सिस्टम कब चुनें?

यदि आप कम कटौतियां और छूटें क्लेम करते हैं और आपकी आय ₹7 लाख तक है, तो नया सिस्टम आपके लिए अधिक फायदेमंद है.  

नया सिस्टम कब चुनें?

आपके लिए कौन सा टैक्स सिस्टम बेहतर है, यह आपकी आय और छूटों पर निर्भर करता है. दोनों विकल्पों का आकलन करके समझदारी से निर्णय लें.

सही चुनाव कैसे करें?