बिना बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन यूपीआई ट्रांजेक्शन नहीं कर पाएंगे आप 

22 Aug 2024

 VIVEK SINGH

यूपीआई ट्रांजेक्शन को पिन की जगह बायोमेट्रिक डेटा (जैसे कि फिंगरप्रिंट या फेस ऑथेंटिकेशन) से ऑथेंटिकेट करने पर विचार किया जा रहा है 

बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन

 एंड्रॉयड फोन पर फिंगरप्रिंट सेंसर और आईफोन पर फेस आईडी का उपयोग करके यूपीआई पेमेंट की जा सकेगी.

फिंगरप्रिंट और फेस ऑथेंटिकेशन

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) इस सुविधा को लागू करने के लिए कई स्टार्टअप कंपनियों से बातचीत कर रहा है

एनपीसीआई और स्टार्टअप 

यूपीआई ट्रांजेक्शन की सुरक्षा बढ़ाने और फ्रॉड के मामलों को कम करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है.

सुरक्षा और फ्रॉड प्रिवेंशन

वर्तमान में यूपीआई ट्रांजेक्शन के लिए 4 या 6 डिजिट का पिन आवश्यक होता है जिसे बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन से बदला जाएगा

 पिन की आवश्यकता

एनपीसीआई की योजना है कि स्मार्टफोन में मौजूद बायोमेट्रिक फीचर्स का उपयोग करके यूपीआई ट्रांजेक्शन को सुरक्षित बनाया जाए

स्मार्टफोन के फीचर्स का उपयोग

यूपीआई से डिजिटल पेमेंट में तेजी के साथ फ्रॉड के मामलों में भी वृद्धि देखी गई है, जिससे बायोमेट्रिकऑथेंटिकेशन की आवश्यकता महसूस की जा रही है

 फ्रॉड के मामले

यूपीआई पेमेंट सिस्टम को ऑपरेट करने की जिम्मेदारी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के पास है

रिटेल पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर