14 Jan 2025
Bankatesh kumar
ओडिशा के मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री गोकुलानंद मल्लिक ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार स्कूली बच्चों के लिए मिड डे मील में 200 मिलीलीटर फोर्टिफाइड दूध शामिल करने की योजना बना रही है.
मंत्री की यह टिप्पणी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में ओडिशा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (ओएमएफईडी) के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की 'गिफ्ट मिल्क' पहल का वर्चुअल शुभारंभ करने के एक दिन बाद आई है.
मल्लिक ने कहा कि राष्ट्रपति के गृह नगर रायरंगपुर के 29 स्कूलों में सोमवार को 'गिफ्ट मिल्क' कार्यक्रम शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य स्कूली दिनों में बच्चों को विटामिन ए और डी से भरपूर 200 मिलीलीटर दूध उपलब्ध कराकर कुपोषण को दूर करना है.
पीटीआई के मुताबिक, मलिक ने बताया कि मयूरभंज जिले के रायरंगपुर उपमंडल के 200 गांवों में फैले इन स्कूलों के 1,184 छात्र पहले चरण में एनडीडीबी के 'गिफ्ट मिल्क' कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे, जिसे पायलट आधार पर शुरू किया गया है.
मंत्री ने कहा, "बाद में इस पहल को राज्य के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जाएगा." वर्तमान में, 51,500 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लगभग 44.5 लाख बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत पका हुआ भोजन दिया जा रहा है.
मंत्री ने यह भी कहा कि गुजरात से खरीदी गई 3,000 उच्च गुणवत्ता वाली गायों को मयूरभंज के डेयरी किसानों के बीच वितरित किया जाएगा. एनडीडीबी द्वारा मयूरभंज में शुरू किए गए राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत 38 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है.
मंत्री ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य डेयरी किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और एक स्थिर ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करना है.
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का लक्ष्य 'मुख्यमंत्री कामधेनु योजना' के तहत राज्य में पशुधन को विकसित करना है, जो 1,423.47 करोड़ रुपये के बजट के साथ पांच साल की पहल है.
उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य राज्य में दूध उत्पादन को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि यह योजना छोटी डेयरी इकाइयों का समर्थन करेगी, बछड़ों के लिए रियायती दर पर चारा उपलब्ध कराएगी, पशुधन बीमा कवरेज बढ़ाएगी और डेयरी सहकारी समितियों को मजबूत करेगी.