16 March 2025
Bankatesh kumar
हिन्दू धर्म में गुड़हल के फूल का बहुत महत्व है. काली माता और दुर्गा मां की पूजा में इसका बहुत अधिक इस्तेमाल होता है.
दुर्गा मां
इसके अलावा गुड़हल के फूलों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में भी किया जाता है. लेकिन आज कल लोग इसे घर में भी उगा रहे हैं.
दवाइयां
गुड़हल के फूल का रंग लाल होता है और इससे घर की खूबसूरती बढ़ जाती है. लेकिन गर्मी के मौसम में इसके पौधों की ग्रोथ रुक जाती है.
पौधों की ग्रोथ
ऐसे में आप कुछ घरेलू टिप्स अनाकर गुड़हल के पौधों को हरा भरा रख सकते हैं. साथ ही ये फूलों से भी लदे रहेंगे.
फूलों से भी लदे रहेंगे
अगर आप गुड़हल के पौधों को हरा भरा रखना चाहते हैं, तो लौकी के छिलके से घर पर ही जैविक खाद बना लें. फिर इसे गुड़हल के जड़ के पास डालें.
लौकी के छिलके
इससे गुड़हल के पौधे तेजी के साथ विकास करेंगे और देखते ही देखते फूलों से लद जाएंगे. क्योंकि लौकी के छिलके में फॉस्फोरस, पोटैशियम और नाइट्रोजन सहित कई तत्व पाए जाते हैं.
पोटैशियम
ये तत्व गुड़हल की जड़ों को मजबूती देने का काम करते हैं. इससे उनकी जड़ों का विकास तेजी से होता है.
जड़ों का विकास
इसके अलावा छिलके मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढ़ाते हैं, जिससे पौधे हरे-भरे रहते हैं और फूलों से लद जाते हैं.
फूलों से लद जाते हैं
इस तरह आप आलू के छिलके से भी जैविक खाद तैयार कर सकते हैं, जो पौधों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होते हैं.
जैविक खाद